Barabanki News : सरयू नदी में छोड़ा गया पांच लाख क्यूसेक पानी, लाखों की आबादी पर बाढ़ का संकट

सरयू नदी में छोड़ा गया पांच लाख क्यूसेक पानी, लाखों की आबादी पर बाढ़ का संकट
UPT | सरयू नदी में तेजी से बढ़ रहा जलस्तर।

Jul 10, 2024 14:43

पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते सरयू नदी (घाघरा नदी) का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। अब बैराजों से भी पानी छोड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है। तीन अलग-अलग बैराजों से सरयू नदी में पांच लाख...

Jul 10, 2024 14:43

Barabanki News : पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते सरयू नदी (घाघरा नदी) का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। अब बैराजों से भी पानी छोड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है। तीन अलग-अलग बैराजों से सरयू नदी में पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। लगातार हो रही बारिश और बैराजों से छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी से नदी किनारे तराई क्षेत्र में बाढ़ का संकट मंडराने लगा है। नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार करते हुए खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने से जिले की तीन तहसील से होकर गुजरी सरयू नदी के किनारे तराई में बसे गांव में बाढ़ का संकट मंडराने लगा है। जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ से बचाव की सारी तैयारियां कर ली गई हैं। 

नदी के निशाने पर रहते हैं 150 गांव
बाराबंकी जिले में बीते एक सप्ताह से लगातार रुक-रुक कर बारिश हो रही है। रविवार को तीन अलग-अलग बैराजों से पांच लाख क्यूसेक पानी सरयू नदी में छोड़े जाने से नदी का जलस्तर तेजी से खतरे के निशान की ओर बढ़ने लगा है। नदी का पानी चेतावनी बिंदु को पार कर गया है। जलस्तर प्रति घंटे बढ़ रहा है। इससे जिले की तीन तहसील रामनगर, सिरौली गौसपुर और रामसनेही घाट क्षेत्र से होकर गुजरी सरयू नदी के किनारे बसे दर्जनों गांवों में दहशत है। बता दें कि हर साल रामनगर, सिरौली गौसपुर और रामसनेही घाट तहसील क्षेत्र में सरयू नदी किनारे बसे तराई क्षेत्र के करीब 100 से 150 गांव नदी के निशाने पर रहते हैं। बीते एक सप्ताह से नदी का पानी घट-बढ़ रहा है, जिससे सिरौली गौसपुर तहसील क्षेत्र के कुछ गांवों में कटान हो रही है। 

क्या कहते हैं जिलाधिकारी
जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि जिले में तीन तहसील हैं, जिनके किनारे घाघरा नदी का प्रकोप रहता है। इसके लिए बंधे बने हुए हैं। तीन माह से हम लोग बंधों के मेंटेनेंस का काम देख रहे हैं। डीएम ने बताया कि जब नदी का जलस्तर बढ़ जाता है तो कुछ गांव की आबादी भी प्रभावित होती है, इसके लिए सारे प्रबंध होते हैं। सारी चीजों की व्यवस्थाएं की जाती हैं। डीएम ने बताया कि बाढ़ से निपटने की सारी तैयारियां सही से चल रही हैं। हमारे पास बाढ़ राहत सामग्री भी उपलब्ध है, जिस प्रकार से आवश्यकता पड़ेगी, उस प्रकार से कार्रवाई की जाएगी।

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