Ayodhya News : विद्या भारती की कार्यशाला में मूल्य आधारित शिक्षा पर जोर, शिक्षा नीति-2020 को बताया बदलाव का एजेंडा

विद्या भारती की कार्यशाला में मूल्य आधारित शिक्षा पर जोर, शिक्षा नीति-2020 को बताया बदलाव का एजेंडा
UPT | विद्या भारती की साकेत निलयम में कार्यशाला

Aug 09, 2024 20:27

अयोध्या में शुक्रवार को साकेत निलयम में आयोजित तीन दिवसीय अखिल भारतीय मंत्री समूह की कार्यशाला का उद्घाटन विद्या भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डी राम कृष्ण राव ने किया।

Aug 09, 2024 20:27

Ayodhya News : अयोध्या में शुक्रवार को साकेत निलयम में आयोजित तीन दिवसीय अखिल भारतीय मंत्री समूह की कार्यशाला का उद्घाटन विद्या भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डी राम कृष्ण राव ने किया। इस अवसर पर उन्होंने मूल्य आधारित शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि समाज के श्रेष्ठ निर्माण के लिए जीवन निर्माण करने वाली शिक्षा आवश्यक है। उनकी मान्यता है कि शिक्षा ही आने वाली पीढ़ियों को भारतीय इतिहास, ज्ञान, और भारत बोध से अवगत कराती है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की सराहना 
डी राम कृष्ण राव ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि शिक्षा अब केवल सूचनाओं के संकलन तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसे भारतीय संस्कृति और ज्ञान के वैश्विक प्रचार का माध्यम बनाया जा रहा है। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की सराहना की और इसे पूरे शिक्षा क्षेत्र में बदलाव का एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उनकी बातों से यह स्पष्ट हुआ कि भारत की शिक्षा प्रणाली को न केवल वैश्विक मानकों के अनुरूप ढालने की आवश्यकता है, बल्कि भारतीयता और सांस्कृतिक मूल्यों को भी प्राथमिकता दी जानी चाहिए।



आवश्यक बदलावों पर किया विचार-विमर्श
कार्यशाला में मंत्री पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र डॉ. सौरभ मालवीय ने बताया कि इस आयोजन में देशभर से शिक्षाविद, चिंतक, और विद्या भारती के क्षेत्रीय और प्रांत स्तर के मंत्री भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला शिक्षा के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और इसके माध्यम से शिक्षा क्षेत्र में आवश्यक बदलावों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में गोविन्द चन्द्र महंत, यतीन्द्र शर्मा, अवनीश भटनागर, श्रीराम अरावकार और हेमचन्द्र भी उपस्थित रहे। इन प्रमुख हस्तियों ने भी शिक्षा के महत्व और उसकी गुणवत्ता पर अपने विचार साझा किए। 

शिक्षा को केवल सूचना का संग्रहण नहीं
अध्यक्ष डी राम कृष्ण राव ने कहा कि शिक्षा को केवल सूचना का संग्रहण नहीं मानना चाहिए, बल्कि इसे समाज के समग्र विकास के लिए एक साधन के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि विद्या भारती का उद्देश्य भारत को एक ज्ञान गुरु बनाने की दिशा में काम करना है। समारोह के दौरान, विभिन्न वक्ताओं ने मूल्य आधारित शिक्षा की आवश्यकता और इसकी सामाजिक भूमिका पर चर्चा की। यह कार्यशाला न केवल शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और शिक्षा के मूल्यों को भी पुनर्जीवित करने का प्रयास है। 

Also Read

98 जोड़ों की शादी और निकाह, भाकियू ने किया था आयोजन

6 Oct 2024 03:06 PM

बाराबंकी बाराबंकी में सामूहिक विवाह समारोह : 98 जोड़ों की शादी और निकाह, भाकियू ने किया था आयोजन

बाराबंकी में भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट ने सामूहिक विवाह और निकाह समारोह का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में कुल 93 जोड़ों की शादी की गई, जबकि 5 जोड़ों के निकाह भी संपन्न हुए... और पढ़ें