अयोध्या को सौर ऊर्जा सिटी बनाने की दिशा में सरकार का बड़ा कदम : पीएम सूर्य घर योजना के तहत सौर ऊर्जा कनेक्शन की संख्या 76,108 तक पहुंची

पीएम सूर्य घर योजना के तहत सौर ऊर्जा कनेक्शन की संख्या 76,108 तक पहुंची
UPT | पीएम सूर्य घर योजना

Sep 09, 2024 18:51

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या को एक सौर ऊर्जा सिटी के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

Sep 09, 2024 18:51

Ayodhya News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या को एक सौर ऊर्जा सिटी के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, योगी सरकार ने सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में लागू की जा रही पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत अयोध्या मंडल में सौर ऊर्जा के कनेक्शन के लिए व्यापक पंजीकरण हुआ है।

इतने लोगों ने कराया पंजीकरण
अब तक अयोध्या मंडल में 76,108 लोगों ने सौर ऊर्जा कनेक्शन के लिए पंजीकरण कराया है। इस योजना के अंतर्गत अयोध्या जिले में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने का काम तेजी से चल रहा है। यूपीनेडा की ओर से अयोध्या में 40 मेगावाट का सौर प्लांट स्थापित किया जा रहा है, जो इस क्षेत्र में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देगा। इसके अतिरिक्त, घर-घर सौर ऊर्जा के संयंत्र लगाए जा रहे हैं, जिससे लोगों को स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा मिल सके।



पंजीकृत लोगों की सूची
बाराबंकी: 24,581
अम्बेडकर नगर: 14,617
अयोध्या: 13,804
सुल्तानपुर: 13,651
अमेठी: 9,455

अब तक स्थापित किए गए कनेक्शन की संख्या
  • बाराबंकी: 330
  • अयोध्या: 175
  • सुलतानपुर: 140
  • अम्बेडकर नगर: 89
  • अमेठी: 25

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना क्या है?
इस योजना के तहत सोलर रूफटॉप संयंत्रों की स्थापना के लिए प्रति किलोवॉट 10 वर्गमीटर छाया रहित छत की आवश्यकता होती है। एक किलोवॉट के रूफटॉप संयंत्र से औसतन प्रतिदिन 4-5 यूनिट बिजली का उत्पादन होता है। संयंत्र से उत्पादित विद्युत का उपयोग भवन स्वामी द्वारा किया जाता है, और अवशेष विद्युत ग्रिड में चली जाती है। इसका नेटमीटरिंग के माध्यम से विद्युत बिल में समायोजन किया जाता है। इस प्रकार, उपभोक्ता द्वारा सोलर संयंत्र की स्थापना में व्यय की गई धनराशि की प्रतिपूर्ति विद्युत बिल की बचत के रूप में 3 से 4 वर्षों में हो जाती है।

सहायता और अनुदान
  • 1 किलोवॉट संयंत्र के लिए केंद्र का अनुदान: 30,000 रुपये, राज्यांश: 15,000 रुपये, कुल अनुदान: 45,000 रुपये
  • 2 किलोवॉट संयंत्र के लिए केंद्र का अनुदान: 60,000 रुपये, राज्यांश: 30,000 रुपये, कुल अनुदान: 90,000 रुपये
  • 3 किलोवॉट संयंत्र के लिए केंद्र का अनुदान: 78,000 रुपये, राज्यांश: 30,000 रुपये, कुल अनुदान: 1,08,000 रुपये

सोलर रूफटॉप संयंत्रों की स्थापना के लिए अनुमानित मूल्य प्रति किलोवॉट 60,000 से 65,000 रुपये के बीच आता है। संयंत्र की स्थापना के बाद, प्राप्त अनुदान उपभोक्ता के खाते में जमा हो जाता है।

योजना का लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया
योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन https://pmsuryaghar.gov.in/ पर किया जा सकता है। इसके अलावा, भारत सरकार द्वारा विकसित मोबाइल ऐप का उपयोग करके भी आवेदन किया जा सकता है। सोलर रूफटॉप संयंत्र की स्थापना के लिए बैंक से ऋण प्राप्त करने के विकल्प भी उपलब्ध हैं। इस योजना के तहत प्रदेश में 525 वेंडर पंजीकृत हो चुके हैं, और उत्तर प्रदेश में सोलर रूफटॉप संयंत्र की स्थापना के लिए 25 लाख का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

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