योगी सरकार द्वारा अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं को लागू किया जा रहा है। इसी क्रम में बेनीगंज क्षेत्र स्थित जलकल विभाग के परिसर में शीशे की भूल भुलैया बनाई जा रही है...
अयोध्या में बनेगी शीशे की भूल भुलैया : 4 करोड़ का बजट, रामायण की थीम से होगा आकर्षण
Sep 25, 2024 20:08
Sep 25, 2024 20:08
भूल भुलैया का विशेष डिजाइन और थीम
इस शीशे की भूल भुलैया का निर्माण स्टेट स्मार्ट सिटी योजना के तहत किया जा रहा है, जिसे ‘मिरर बेस्ट सीता जी की खोज’ नाम दिया गया है। इस भूल भुलैया में अलग-अलग शीशे के चैंबर्स बनाए गए हैं, जिनमें प्रवेश करने के बाद लोग रास्ता ढूंढते हुए बाहर निकलने की कोशिश करेंगे। परियोजना के डायरेक्टर शरद शाश्वत ने बताया कि यह भूल भुलैया 3 साल तक कंपनी द्वारा ऑपरेट और मेंटेन की जाएगी, और नगर निगम इसे संचालित करेगा। इस संरचना की एक खासियत यह है कि एक समय में केवल 20 लोग ही भीतर जा सकते हैं, और एक व्यक्ति को अधिकतम 8 से 10 मिनट के भीतर बाहर निकलने का प्रयास करना होगा। अगर कोई व्यक्ति भूल भुलैया के अंदर रास्ता भूल जाता है, तो वहां तैनात गाइड उसे सही दिशा दिखाने में मदद करेंगे।
पर्यटकों के लिए नया अनुभव
नगर आयुक्त संतोष कुमार के अनुसार, यह भूल भुलैया अयोध्या के निवासियों और यहां आने वाले पर्यटकों के लिए एक अनूठा अनुभव होगी। यह न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व की होगी, बल्कि मनोरंजन और रोमांच का भी खासा मिश्रण होगी। इस भूल भुलैया के जरिए लोगों को यह समझने का अवसर मिलेगा कि उस समय की परिस्थितियां कैसी रही होंगी जब हनुमान जी ने माता सीता की खोज की थी।
दीपोत्सव से पहले होगा उद्घाटन
इस योजना के तहत शीशे की भूल भुलैया का उद्घाटन दीपोत्सव से पहले किया जाएगा, ताकि शहरवासियों और पर्यटकों को इसका आनंद मिल सके। अयोध्या में इस तरह की अनोखी संरचना पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगी और शहर के पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक साबित होगी।