शारदीय नवरात्रि : या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता...के मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धालु मां दुर्गा की आराधना में रहे लीन

 या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता...के मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धालु मां दुर्गा की आराधना में रहे लीन
UPT | कन्या पूजन करते महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी।

Oct 11, 2024 20:16

शारदीय नवरात्रि के अंतिम दिन अयोध्या धाम से लेकर जनपद के कोने कोने में ' या देवि सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता' की ध्वनि देररात तक सुनाई देती रही। दुर्गा मंदिरों से लेकर पूजा पंडालों तक में श्रद्धालुओं की भीड़ रही।

Oct 11, 2024 20:16

Ayodhya News : शारदीय नवरात्रि के अंतिम दिन अयोध्या धाम सहित जनपद के हर कोने में देवी भक्ति की गूंज देर रात तक सुनाई देती रही। "या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता" के मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धालु माँ दुर्गा की आराधना में लीन रहे। दुर्गा मंदिरों और पूजा पंडालों में भारी भीड़ उमड़ी, जहां लोग आदि शक्ति को प्रसन्न करने में लगे रहे। महाअष्टमी और महानवमी का एक ही दिन होने के कारण कन्या पूजन, हवन और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों का सिलसिला पूरे दिन चलता रहा। हवन की धूम के साथ वातावरण सुगंधित बना रहा, जबकि अयोध्या के मुख्य दुर्गा पंडालों में विशेष भीड़ देखी गई।


जागरण, झांकियां और संकीर्तन बने विशेष आकर्षण
03 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ हुआ, और पूजा कमेटियों में इस बार भी विशेष कार्यक्रमों की होड़ लगी रही। भजन गायकों और झांकियों के कार्यक्रमों में लोगों का उत्साह देखते ही बना। नवरात्रि के आठ दिनों में अलग-अलग आयोजनों में डीजे की ध्वनि पर युवाओं का जोश देखते ही बना। कुछ पंडालों में भक्ति फिल्मों का भी प्रदर्शन किया गया, जिससे श्रद्धालु पूरी तरह से भक्ति में डूबे नजर आए।

नवमी के दिन कन्या पूजन, हवन और भंडारे के साथ संकीर्तन का आयोजन भी हुआ। रामनगरी के नाम से मशहूर अयोध्या में नवरात्रि का पर्व दुर्गा पूजा के रूप में भी बेहद श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष अयोध्या जनपद में कुल 2,568 पंडालों में माँ दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई। दशमी के दिन इन प्रतिमाओं का विसर्जन गुप्तारघाट में किया जाएगा, जहां श्रद्धालु माँ दुर्गा को विदा करेंगे।

अवध विश्वविद्यालय में डांडिया की धूम
डा. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के अहिल्याबाई होल्कर छात्रावास में डांडिया का आयोजन धूमधाम से किया गया। छात्राओं की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने भी छात्राओं और शिक्षिकाओं के साथ डांडिया नृत्य में हिस्सा लिया। इस आयोजन में छात्राओं ने पारंपरिक परिधानों में डांडिया की प्रस्तुति दी, जिसकी शुरुआत देवी स्तुति और गणेश वंदना से हुई। कार्यक्रम में अंजली सिंह ने कथक नृत्य की अद्भुत प्रस्तुति दी, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बीटेक तृतीय वर्ष की छात्रा अस्मिता ने राम धुन पर शास्त्रीय राम भजन गाकर सबका मन मोह लिया। इसके अलावा, समूह नृत्य के रूप में राजस्थानी लोक नृत्य की भी प्रस्तुति की गई।

कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने इस शानदार प्रस्तुति पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि भारत अपनी लोक परंपराओं के लिए जाना जाता है। नवरात्रि के इस पवित्र पर्व में माँ शक्ति के विभिन्न स्वरूपों की उपासना की जाती है, और गरबा एवं डांडिया भी इसी उपासना परंपरा का हिस्सा हैं। उन्होंने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हर नारी में नौ दुर्गा का रूप होता है और उसे अपनी शक्ति को पहचानना चाहिए। कुलपति ने कहा कि नारी समाज के हर क्षेत्र में अहम योगदान दे रही है, इसलिए छात्राओं को पूरे समर्पण के साथ पढ़ाई करनी चाहिए, ताकि वे कामयाब होकर अपने माता-पिता का नाम रोशन कर सकें। अयोध्या में शारदीय नवरात्रि का यह समापन देवी भक्ति, जागरण और उत्सवों से भरा हुआ रहा, जिससे पूरे क्षेत्र में भक्ति की गूंज सुनाई देती रही। 

Also Read

स्वामी राघवाचार्य महाराज ने समझाया- संजीवनी है भागवत कथा, कम से कम एक बार अवश्य सुनें

11 Oct 2024 08:32 PM

अयोध्या Ayodhya News : स्वामी राघवाचार्य महाराज ने समझाया- संजीवनी है भागवत कथा, कम से कम एक बार अवश्य सुनें

पतित पावनी मां सरयू के तट पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा का समापन शुक्रवार को हवन पूजन के साथ देर शाम समापन हो गया... और पढ़ें