विश्व के सनातनियों के लिए 2024 स्वर्णिम वर्ष के रूप में दर्ज हो चुका है, 500 वर्षों के संघर्ष और इंतजार के बाद प्रभु श्री राम 22 जनवरी 2024 को अपने भव्य, दिव्य और नव्य मंदिर में बाल स्वरूप में विराजमान हुए हैं। यह मंदिर न केवल अयोध्या बल्कि पूरे विश्व में सनातन संस्कृति का प्रतीक बन चुका है।
राम मंदिर में रोजाना एक लाख श्रद्धालु कर रहे दर्शन : 500 साल के संघर्ष बाद स्थापित हुए रामलला, 70 एकड़ में निर्माण कार्य जारी
Dec 29, 2024 19:56
Dec 29, 2024 19:56
- 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा के बाद आम जन को हुए दर्शन, 1800 करोड़ से बन रहा भव्य मन्दिर
- 161 फीट ऊंचे शिखर के साथ मन्दिर परिसर में बन रहे 17 अन्य मन्दिर, दिसम्बर 2025 तक होंगे तैयार
Ayodhya News : अयोध्या ही नहीं पूरे विश्व के सनातनियों के लिए वर्ष 2024 स्वर्णिम वर्षों में शुमार हुआ है, क्योंकि 500 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद प्रभु राम 22 जनवरी 2024 को अपना भव्य दिव्य व नव्य मन्दिर में बाल स्वरूप (रामलला) में विराजमान हुए हैं। अभी तक 2.25 करोड़ भारतीय और 1 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किया है। वर्तमान में करीब 1 लाख भक्त प्रतिदिन दर्शन कर रहे हैं।
अभी भी जारी है मन्दिर निर्माण
श्री रामजन्मभूमि परिसर में 70 एकड़ में बन रहे राम मंदिर का निर्माण कार्य अभी भी जारी है, 3 मंजिला मन्दिर में 392 खम्भे तो 44 द्वार हैं। गर्भगृह में रामलला विराजमान हैं, तो पहले मंजिले पर राम दरबार स्थापित किया जा रहा है। मंदिर में 5 विशेष मंडप जिसमें नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना और कीर्तन मंडप होगा। खम्भों व दीवारों पर देवी देवताओं के भित्तिचित्र उकेरे जा रहा हैं। मन्दिर के चारों कोने पर अलग अलग मन्दिर व परकोटे पर सात ऋषियों के मंदिर समेत कुल 18 मन्दिर साथ मे बन रहे हैं। मुख्य मंदिर में पूर्व दिशा से 32 सीढ़ियों को चढ़ने के बाद भगवान रामलला के दर्शन होंगे। निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि अब तक 900 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं और निर्माण पूरा होने तक 1600 से 1800 करोड़ रुपये लगने का अनुमान है। मंदिर 70 एकड़ के क्षेत्रफल में फैला है। मुख्य भाग 2.7 एकड़ में बनाया जा रहा है।
मंदिर की ऊंचाई 161 फ़ीट
मंदिर में तीन तल होंगे और 12 दरवाज़े होंगे। मंदिर के चारों ओर आयताकार परकोटा है, जिसकी लंबाई 732 मीटर और चौड़ाई 14 फ़ीट है। परकोटा के चारों कोनों पर भगवान सूर्य, मां भगवती, गणपति, और भगवान शिव के मंदिर होंगे। मंदिर के आस-पास वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, निषादराज, माता शबरी और देवी अहिल्या के मंदिर भी बनाए जा रहे हैं।
शिलान्यास के बाद अब तक 55 अरब रुपये मन्दिर को मिले हैं
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास बनने औऱ मन्दिर निर्माण शुरू होने से अब तक कुल 55 अरब से ज्यादा रुपये मिले हैं। 20 किलो सोना, 10 क्विंटल चांदी भी भेंट स्वरूप प्राप्त हो चुकी है। इसमें ट्रस्ट के समर्पण निधि अभियान के तहत 3500 करोड़ रुपये आए हैं। यह जानकारी ट्रस्ट महासचिव चम्पतराय ने गत दिनों प्रेस प्रतिनिधियों को दिया है। बताया कि सामान्य दिनों में 80 हजार से 1 लाख भक्त प्रतिदिन दर्शन कर रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद से हर माह करीब 01 करोड़ रुपये हर माह चढ़ावे के रूप में प्रभु रामलला को प्राप्त हो रहे हैं।
ये भी पढ़े : ईयर एंडर 2024 : यूपी ने इस साल कई बुलंदियों को छुआ, रामलला के आगमन-महाकुम्भ की तैयारियों तक मिली विशेष उपलब्धियां
Also Read
4 Jan 2025 07:55 PM
बाराबंकी में मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ लगातार करवाई जारी है। इसी कड़ी में एक बड़े मादक पदार्थ तस्कर की 5 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क होने की जानकारी... और पढ़ें