चप्पल की कहानी कुछ दिन पहले शुरू हुई, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी 26 जुलाई को अदालती पेशी के लिए सुल्तानपुर आए थे। अपनी यात्रा के दौरान, वे स्थानीय मोची रामचैत की दुकान पर रुके...
राहुल गांधी के हाथों सिली चप्पल की कीमत पहुंची लाखों में : सुल्तानपुर के मोची रामचैत की किस्मत चमकी, लोग दे रहे मुंहमांगा दाम
Aug 01, 2024 18:32
Aug 01, 2024 18:32
- राहुल गांधी 26 जुलाई को अदालती पेशी के लिए सुल्तानपुर आए थे
- वे स्थानीय मोची रामचैत की दुकान पर रुके
- राहुल गांधी ने खुद अपने हाथों से एक चप्पल की मरम्मत की
प्रयागराज के शख्स ने दिया पांच लाख का ऑफर
राहुल गांधी द्वारा मरम्मत की गई चप्पल अब कई लोगों की इच्छा का केंद्र बन गई है। कुछ लोग इस चप्पल के लिए दो लाख रुपये तक की पेशकश कर रहे हैं, जबकि कुछ अन्य पांच लाख रुपये तक देने को तैयार हैं। रामचैत ने बताया कि उन्हें प्रयागराज से एक फोन आया, जिसमें कॉल करने वाले व्यक्ति ने इस चप्पल के लिए पांच लाख रुपये देने की पेशकश की। एक अन्य व्यक्ति ने "झोला भर के पैसे" देने का वादा किया।
याद के रूप में संजोकर रखेंगे
हालांकि, रामचैत ने इन सभी प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया है। वे इस चप्पल को एक यादगार के रूप में संजोकर रखना चाहते हैं। उनका मानना है कि यह चप्पल उनके जीवन में आए बदलाव का प्रतीक है। रामचैत ने कहा, "मैं इसे शीशे में रखवा दूंगा और याद के तौर पर सहेज कर रखूंगा। इसी की वजह से मेरे जीवन में बदलाव आया है।"
राहुल गांधी के साथ पार्टनरशिप
इस घटना के बाद से रामचैत की दुकान लोगों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बन गई है। लोग उनसे मिलने आ रहे हैं, फोटो ले रहे हैं और बातचीत कर रहे हैं। रामचैत ने खुशी से बताया कि पहले उन्हें कोई नहीं पहचानता था, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। वे मजाकिया अंदाज में कहते हैं कि अब उनकी दुकान राहुल गांधी के साथ पार्टनरशिप में चल रही है।
भिजवाई थी सिलाई मशीन
इस बीच, कांग्रेस पार्टी ने भी रामचैत की मदद करने का फैसला किया है। उन्होंने रामचैत को एक नई जूते सिलने की मशीन भेजी है, जिससे उनका काम और आसान हो जाएगा। कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि यह मशीन रामचैत को जूते की सिलाई में मदद करेगी।
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