पीएम सूर्य घर योजना से जुड़ेंगे अयोध्या के 50 हजार घर : सोलर एनर्जी को बढ़ावा दे रही योगी सरकार, 2 साल में होगा काम पूरा

सोलर एनर्जी को बढ़ावा दे रही योगी सरकार, 2 साल में होगा काम पूरा
UPT | पीएम सूर्य घर योजना

Jul 03, 2024 20:50

उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या को सौर ऊर्जा का केंद्र बनाने की एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। यह कदम देश में बढ़ती बिजली की मांग और उपभोक्ताओं पर बढ़ते वित्तीय बोझ को कम करने के लिए उठाया गया ...

Jul 03, 2024 20:50

Ayodhya News : उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या को सौर ऊर्जा का केंद्र बनाने की एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। यह कदम देश में बढ़ती बिजली की मांग और उपभोक्ताओं पर बढ़ते वित्तीय बोझ को कम करने के लिए उठाया गया है। भारत के प्रधानमंत्री ने "पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना" की शुरुआत की है। इस राष्ट्रव्यापी पहल का उद्देश्य एक करोड़ घरों में सौर पैनल स्थापित करना है, जिससे परिवार अपनी बिजली खुद उत्पन्न कर सकेंगे।

25 लाख घरों को इस योजना से जोड़ना
उत्तर प्रदेश में, सरकार का लक्ष्य 25 लाख घरों को इस योजना से जोड़ना है। विशेष रूप से अयोध्या शहर में 50,000 घरों को सौर ऊर्जा से लैस करने की योजना है। यह न केवल बिजली के बिलों में कटौती करेगा, बल्कि शहर को एक आदर्श सौर शहर के रूप में स्थापित करने में भी मदद करेगा।



क्या है पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना
सोलर रूफटॉप संयंत्रों की स्थापना के लिए प्रति किलोवॉट 10 वर्गमीटर छाया रहित छत की आवश्यकता होती है। एएक किलोवाट का सौर पैनल रोजाना औसतन 4-5 यूनिट बिजली पैदा कर सकता है। घर के मालिक अपनी जरूरत के हिसाब से इस बिजली का इस्तेमाल करते हैं। बची हुई बिजली मुख्य ग्रिड में चली जाती है। इसका हिसाब-किताब नेट मीटरिंग के जरिए होता है, जिससे बिजली बिल में कटौती हो जाती है। सौर पैनल लगाने में जो खर्च होता है, वह आमतौर पर 3-4 साल में ही वसूल हो जाता है। ये पैनल करीब 25 साल तक चलते हैं। इसका मतलब है कि बाकी के 21 साल तक लोगों को मुफ्त बिजली मिलती रहेगी।

नागरिकों को आर्थिक सहायता दी जा रही
केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार ने मिलकर एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है, जिसका उद्देश्य है हर घर को अपना "हरित ऊर्जा केंद्र" बनाने में मदद करना। इस योजना के तहत, नागरिकों को सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है।

सहायता का विवरण :
1 किलोवाट क्षमता : कुल 45,000 रुपये (केंद्र से 30,000 और राज्य से 15,000)
2 किलोवाट क्षमता : कुल 90,000 रुपये (केंद्र से 60,000 और राज्य से 30,000)
3 किलोवाट क्षमता : कुल 1,08,000 रुपये (केंद्र से 78,000 और राज्य से 30,000)

एक से दस किलोवॉट क्षमता के संयंत्र का अनुमानित मूल्य प्रति किलोवॉट लगभग रुपया 60 से 65 हजार प्रति किलोवाट के मध्य आता है। संयंत्र की स्थापना के उपरांत केन्द्र एवं राज्य सरकार से प्राप्त अनुदान उपभोक्ता के खातों में प्राप्त होता है। 

योजना का लाभ पाने के लिए क्या करें
इस सरकारी पहल का फायदा उठाने के इच्छुक नागरिक राष्ट्रीय वेबसाइट pmsuryaghar.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। लोगों की सुविधा के लिए एक मोबाइल एप्लिकेशन भी बनाया गया है, जिसके माध्यम से भी आवेदन किया जा सकता है। वित्तीय सहायता के लिए, सरकार ने कई बैंकों को चुना है जो इस परियोजना के लिए ऋण प्रदान करेंगे। इन बैंकों की सूची सरकारी पोर्टल पर उपलब्ध है। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) की देखरेख में लगभग 700 विक्रेताओं को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया चल रही है। ये विक्रेता छत पर सौर पैनल स्थापित करने का काम करेंगे। उत्तर प्रदेश में, 25 लाख घरों को इस योजना से जोड़ने का लक्ष्य है। यह लक्ष्य विभिन्न बिजली वितरण कंपनियों और जिलों के बीच बांटा गया है।

सोलर सखी चला रहीं डोर टू डोर कैंपेन
यूपी नेडा के अधिकारी प्रवीण नाथ पाण्डेय ने बताया कि योजना का लाभ घर -घर पहुंचे, इसके लिए डोर टू डोर कैंपेन भी किया जा रहा हैं। जिसमें 10 महिलाओं की टीम बनाई गई है, इन्हें सोलर सखी का नाम दिया गया है। अयोध्या मे सबसे पहले वार्ड नं0 17 में पंडित दीनदयाल नगर व सरोजिनी नगर में सर्व कराया जा रहा है। अयोध्या नगर में 2 साल के अंदर 50 हजार पीएम सूर्य घर योजना से जोड़ा जाएगा। अब तक लगभग 110 घरों को "पीएम सूर्य घर" योजना से जोड़ा गया है। काम शुरू कर दिया है, ये अभियान 2 महीने तक चलेगा। प्रचार गतिविधियों में बैनर प्रदर्शित करना, रणनीतिक स्थानों पर बिलबोर्ड लगाना, बूथ कैंप स्थापित करना और विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और स्कूलों में विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान पर्चे वितरित करना शामिल होगा।

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