आजमगढ़ जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के बरसडा आयमा गांव में दीपावली की रात एक गंभीर हादसा हुआ। इस दौरान बारूद इकट्ठा कर जलाते समय 10 वर्षीय बच्ची अमृता उसकी चपेट में आ गई, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गई...
दीपावली के दिन 10 साल की बच्ची घायल : बारूद इकट्ठा कर जलाते समय झुलसी, अस्पताल में चल रहा इलाज
Nov 01, 2024 17:20
Nov 01, 2024 17:20
अन्य दो बच्चियों को मामूली चोटें आई
बच्ची के पिता, राज कपूर विश्वकर्मा, ने बताया कि दीपावली की शाम अमृता और उसकी दो सहेलियों ने बारूद का बुरादा इकट्ठा किया था। जब उन्होंने उसे जलाने की कोशिश की, तभी अचानक आग भड़क गई और अमृता झुलस गई। हालांकि, अन्य दो बच्चियों को मामूली चोटें आई हैं, लेकिन अमृता की हालत गंभीर है। परिजनों ने तुरंत उसे अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे बर्न वार्ड में शिफ्ट कर दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि अमृता का इलाज चल रहा है और वह जल्द ही स्वस्थ हो जाएगी।
आठ वर्षीय बच्ची की हत्या
वहीं ताज नगरी में एक परिवार पर दिवाली की रात भारी पड़ गई। आगरा में आठ वर्षीय बच्ची की हत्या कर दी गई। मासूम की हत्या की जानकारी मिलने पर परिवार में कोहराम मच गया। वारदात से ग्रामीण क्षेत्र में भारी आक्रोश व्याप्त है। मासूम बच्ची की हत्या के बाद ग्रामीणों ने आगरा- बिचपुरी रोड पर जाम लगा दिया। पीड़ित परिजन और ग्रामीण पुलिस पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
दिवाली की शाम लापता हुई
दिवाली की शाम लगभग साढ़े पांच से छह बजे के आसपास बच्ची लापता हुई थी, परिजनों एवं ग्रामीणों ने बच्ची की हर जगह तलाश की, लेकिन सुबह उसका शव नहर किनारे बोरे में बंद मिला। घटना की जानकारी पर पुलिस भी पहुंच गई। मासूम बच्ची की हत्या की जानकारी पर आसपास के ग्रामीण एकजुट हो गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। यही नहीं, ग्रामीणों ने बच्ची की हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर शव को बाईपास पर रखकर जाम लगा दिया। परिजन एवं ग्रामीण सिर्फ बच्ची के हत्यारों की गिरफ्तारी पर ही जाम को खोलने पर अड़े रहे। बताया जा रहा है कि बोरे में बंद बच्ची के शव को देखकर हर कोई हैरान रह गया। लोगों का कहना है कि बच्ची के मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था। ग्रामीण बच्ची के साथ किसी तंत्र-मंत्र की क्रिया का संदेह जताया जा रहा है।