मॉडल रेलवे स्टेशन के पास बलिया-मालगोदाम रोड पर बुधवार को एक चार पहिया वाहन से बाइक में टक्कर होने के बाद मारपीट हो गई और भगदड़ मच गई। तभी रेलवे में फर्जी अधिकारी बनकर नौकरी और ठेका दिलाने वाले आरोपी आशुतोष मिश्रा निवासी कपसिया थाना कोचस जिला रोहतास बिहार को एसओजी टीम व कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और चालान कर न्यायालय भेज दिया।
नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाला एक और आरोपी गिरफ्तार : दो सगे भाइयों ने की जालसाजी, जानें पूरा मामला...
Oct 17, 2024 00:17
Oct 17, 2024 00:17
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आरोपी के चार पहिया वाहन में दो-तीन अटैची भी देखी गई थीं, जिनकी पुलिस जांच कर रही है। इससे पहले, इसी मामले में आरोपी राजीव रंजन मिश्रा, पुत्र अंगद प्रसाद मिश्रा, निवासी कपसिया थाना कोचस, जिला रोहतास, बिहार को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पकड़े गए दोनों आरोपी सगे भाई बताए जा रहे हैं।
आरोपी ने किया धोखा
यूपी के प्रयागराज जिले के थाना गंगानगर निवासी सारंगपुर बहरिया के प्रभाकर तिवारी ने बलिया शहर के थाना कोतवाली में एक प्रार्थना पत्र दिया। इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि दिसंबर 2023 में एक रिश्तेदारी के शादी समारोह के दौरान राजीव रंजन मिश्रा और उसके भाई आशुतोष मिश्रा, जो कपसिया थाना कोचस, जिला रोहतास, बिहार के निवासी हैं, मिले थे। राजीव ने स्वयं को एडीआरएम मुगलसराय और अपने भाई आशुतोष को रेलवे में रेल ड्राइवर बताया।
जान से मारने की धमकी दी
उन्होंने बताया कि राजीव और आशुतोष मिश्रा ने उन्हें डेढ़ लाख रुपये खर्च करने का प्रस्ताव दिया, ताकि वे दोनों भाई रेलवे में स्क्रैप का ठेका दिलवा सकें। प्रभाकर तिवारी ने अपनी समझ में जालसाजी नहीं आने के कारण 26 दिसंबर 2023 को राजीव रंजन मिश्रा के खाते में RTGS कर दिया। इसके अलावा, राजीव ने उनकी इनोवा कृष्टा गाड़ी को रेलवे में लगवाने के लिए तीन महीने तक अपने पास रखा। जब उन्हें यह पता चला कि दोनों ने धोखा दिया है, तो उन्होंने अपना पैसा मांगा। इसके बाद, दोनों ने 12 अक्टूबर 2024 को बलिया ओवरब्रिज के पास बुलाया और कुछ देर बातचीत करने के बाद जान से मारने की धमकी देने लगे।
थाने में दी तहरीर
इंद्रकांत मिश्रा निवासी सिगरा वाराणसी, ने भी एक तहरीर दी। उन्होंने बताया कि उनकी कैंट रेलवे स्टेशन पर राजीव रंजन मिश्रा नामक व्यक्ति से मुलाकात हुई। राजीव ने बताया कि उसकी नियुक्ति सीनियर सेक्शन इंजीनियर के पद पर मुगलसराय में हुई है और वह वाराणसी में अस्थायी निवास की तलाश कर रहा है। राजीव ने कहा कि कुछ दिनों में उसे सरकारी बंगला मिल जाएगा, लेकिन तब तक वह इंद्रकांत के साथ रहने की इच्छा व्यक्त की। इंद्रकांत ने कहा कि उनके पास अपना क्वार्टर है, जहां राजीव कुछ दिनों तक रह सकता है, और बाद में वह किराए का फ्लैट ले लेगा। इसके बाद, राजीव इंद्रकांत के साथ रहने लगा।
नौकरी के नाम पर किया धोखा
बताते चलें कि राजीव रंजन मिश्रा ने मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर मुझे ले जाकर अपने भाई आशुतोष कुमार मिश्रा से मुलाकात कराया और बताया कि यह लोको पायलट हैं। राजीव रंजन मिश्रा द्वारा कई बार रेलवे स्टेशन का टिकट भी कंफर्म कराया गया। राजीव रंजन मिश्रा ने मुझे वरिष्ठ अनुभव अभियंता होने के संबंध में अपना रेलवे का आई कार्ड भी दिखाया था। राजीव रंजन मिश्रा ने कहा कि अपने भाई से बात करके रेलवे में सेटिंग करा देंगे और नौकरी लग जाएगी। कुछ ही दिनों बाद राजीव रंजन मिश्रा ने बोला कि रेलवे में वैकेंसी आ गई है। कुछ पैसा लगेगा आप दे दीजिए बाकी पैसा लगा देंगे आपका लड़का नौकरी करके मेरा पैसा लौटा देगा। राजीव रंजन मिश्रा ने कहा कि 10 लाख रुपये की आवश्यकता है। नियुक्ति का कंफर्मेशन लेटर मिल जाएगा।
गौरतलब हो कि राजीव रंजन मिश्रा द्वारा मुझ से मेरे पुत्र को नौकरी दिलाने के नाम पर 03 जुलाई 2023 को मेरे SBI एकाउंट से 1.25 लाख और 6.65 लाख चौबेपुर बैंक शाखा से धोखाधड़ी करके ले लिया। कुछ दिनों बाद राजीव रंजन मिश्रा ने मुझे बताया कि उसका स्थानांतरण हो गया है और अचानक गायब हो गया। मैं अपना पैसे मांगने गया तो 13 अक्टूबर 2024 को वाट्सएप काल से बलिया के ब्यासी पुल के पास बुलाया और पैसा वापस न करने की बात कहते हुए गाली गुप्ता देने लगा। उसने धमकी दिया कि दोबारा पैसे का नाम लिया तो जान से मार दूंगा।
इन गंभीर धाराओं में मामला दर्ज
बता दें कि इस मामले में कोतवाली पुलिस ने दोनों के तहरीर के आधार पर धारा 318, 319, 316 (2), 336 (3), 338, 339, 340, 61, 352, 351(2) BNS पंजीकृत कर आरोपी राजीव रंजन मिश्रा पुत्र अंगद प्रसाद मिश्रा निवासी कपसिया थाना कोचस जनपद रोहतास बिहार को पालीटेक्निक ग्राउन्ड से कुछ दिन पहले गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा गया था, जहां सुनवाई के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। तब आरोपी के कब्जे से एक कार, 5000 रुपये नगद व एक फर्जी रेलवे का आईकार्ड, एक बैग में चार चेक बुक तथा समस्त प्रपत्र व एक मोबाइल, एक टैबलेट बरामद किया गया था।
आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया
इसी मामले में फरार चल रहे आरोपी आशुतोष मिश्रा को पुलिस गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दी। इस बाबत सीओ सिटी गौरव कुमार ने बताया कि फरार चल रहे दूसरे आरोपी आशुतोष मिश्रा को भी गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया गया है।
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