पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने बुधवार की देर रात कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता एवं अनुशासनहीनता बरतने के आरोप में दो आरक्षियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। जिससे पुलिस महकमा में हड़कम्प मचा हुआ है।
Ballia News : अनुशासनहीनता और लापरवाही के आरोप में दो सिपाही निलंबित, पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
Oct 17, 2024 20:05
Oct 17, 2024 20:05
यह है पूरा मामला
मामला 14 अक्टूबर 2024 का है, जब शहर कोतवाली के रेलवे क्रॉसिंग के पास एक शोरूम में अनियंत्रित ई-रिक्शा द्वारा टक्कर मारने की सूचना पुलिस को मिली थी। पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए ई-रिक्शा को जब्त कर सिविल लाइन पुलिस चौकी में खड़ा कर दिया। शोरूम के मालिक और ई-रिक्शा के मालिक के बीच आपसी समझौता हो गया था, और दोनों पक्षों ने लिखित रूप से पुलिस को सूचित कर दिया कि अब कोई विवाद नहीं है।
पुलिस की संदिग्ध भूमिका
हालांकि, समझौते के बावजूद पुलिस ने ई-रिक्शा को नहीं छोड़ा। आरोप है कि आरक्षी आशीष सैनी और सौरभ कुमार तिवारी ने ई-रिक्शा छोड़ने के बदले पैसे की मांग की। इसके अलावा, ई-रिक्शा को अनावश्यक रूप से शाम सात बजे तक पुलिस चौकी में रोके रखा गया। यह लापरवाही और अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है, जिसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने दोनों सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
चौकी प्रभारी की भूमिका की जांच
इस पूरे प्रकरण में केवल दो सिपाहियों पर ही नहीं, बल्कि चौकी प्रभारी की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। चौकी प्रभारी की जांच के लिए भी आदेश दिए गए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि घटना के समय उनकी क्या भूमिका थी और क्या उन्होंने भी लापरवाही बरती थी।
पुलिस महकमे में हड़कंप
इस निलंबन के बाद से पुलिस महकमे में हलचल मची हुई है। जहां एक ओर पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई हुई है, वहीं दूसरी ओर विभाग के अन्य कर्मचारियों में भी इस मामले को लेकर चर्चा हो रही है। पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने साफ कर दिया है कि लापरवाही और अनुशासनहीनता को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रशासनिक सख्ती
इस घटना ने साफ कर दिया है कि बलिया पुलिस प्रशासन अनुशासनहीनता के मामलों में सख्ती से निपट रहा है। यह कार्रवाई एक सख्त संदेश है कि पुलिस विभाग में कर्तव्य के प्रति कोई भी ढिलाई या अनुचित व्यवहार स्वीकार्य नहीं है। निलंबित सिपाहियों पर अब विभागीय जांच भी की जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
जनता की नजर
इस मामले को लेकर स्थानीय जनता में भी चर्चा हो रही है। लोग पुलिस की इस कार्रवाई का समर्थन कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि भविष्य में इस तरह के भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता के मामलों में और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।