Mau News : ममता के मंत्रियों को डाला था जेल में, IPS अखिलेश सिंह अब असम में निभाएंगे जिम्मेदारी...

ममता के मंत्रियों को डाला था जेल में, IPS अखिलेश सिंह अब असम में निभाएंगे जिम्मेदारी...
UPT | IPS अखिलेश सिंह

Jan 16, 2025 14:26

मऊ के लाल ने जो कमाल किया है, उससे अपने जिले का नाम तो रोशन किया ही है, साथ ही ईमानदारी की राह पर चलते हुए वर्दी की शान बरकरार रखी। उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के मधुबन क्षेत्र के एक छोटे से गांव मुरारपुर के अखिलेश कुमार सिंह को...

Jan 16, 2025 14:26

Mau News : मऊ के लाल ने जो कमाल किया है, उससे अपने जिले का नाम तो रोशन किया ही है, साथ ही ईमानदारी की राह पर चलते हुए वर्दी की शान बरकरार रखी। उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के मधुबन क्षेत्र के एक छोटे से गांव मुरारपुर के अखिलेश कुमार सिंह को असम में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। उन्हें आईजी कानून व्यवस्था बनाया गया है।

गांव में ही हुई प्रारंभिक शिक्षा
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के मधुबन क्षेत्र के गांव मुरारपुर में जन्मे अखिलेश कुमार सिंह को असम में कानून व्यवस्था का प्रमुख नियुक्त किया गया है। 1979 में कृष्ण मुरारी सिंह के घर जन्मे अखिलेश की प्रारंभिक शिक्षा गांव से ही हुई। उनकी माता सुनैना सिंह गृहणी हैं, जो वर्तमान में उनके पिता के स्वर्गवास के बाद असम में ही रहती हैं।

असम को आतंकवाद से निकाला
असम कैडर में नियुक्ति के समय पूरा राज्य सांप्रदायिक दंगों से जूझ रहा था। अखिलेश सिंह ने अपने साहसिक निर्णयों और जनता के बीच विश्वास स्थापित करते हुए इन समस्याओं से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके इस योगदान के लिए साल 2014 में उन्हें उल्फा के विरुद्ध अभियानों के लिए राष्ट्रपति का वीरता पदक प्रदान किया गया था।

नारदा कांड के मंत्रियों को जेल में डाला
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर 2019 से 2022 तक वे कोलकाता में सीबीआई के डीआईजी रहे। इस दौरान उन्होंने नारदा कांड में पश्चिम बंगाल सरकार के चार मंत्रियों को गिरफ्तार किया, जिसके विरोध में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 6 घंटे का धरना दिया। हालांकि विरोध और दबाव के बावजूद अखिलेश सिंह ने अपने कर्तव्य से समझौता नहीं किया।

कोयला माफिया पर कसा शिकंजा 
कोलकाता में रहते हुए उन्होंने आसनसोल के कोयला माफिया के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की, जिसके लिए उन्हें साल 2021 में राष्ट्रपति के सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया गया। एक जनवरी 2025 को उन्होंने असम के आईजी कानून व्यवस्था का पदभार संभाला, जो सामान्यतः एडीजी रैंक का पद होता है।

यहां से हुई शिक्षा
अखिलेश ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा DAV इंटर कॉलेज से प्राप्त की, जहां से 1995 में इंटरमीडिएट पास किया। इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से BA और MA की डिग्री हासिल की। कड़ी मेहनत और लगन के बल पर साल 2003 में उन्होंने UPSC की परीक्षा पास कर IPS में चयनित होकर असम कैडर प्राप्त किया।

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