बरेली में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा : रामायण वाटिका में 51 फीट ऊंची बनेगी श्रीराम की प्रतिमा, 10 करोड़ मे होगा निर्माण

रामायण वाटिका में 51 फीट ऊंची बनेगी श्रीराम की प्रतिमा, 10 करोड़ मे होगा निर्माण
UPT | बरेली विकास प्राधिकरण

Oct 17, 2024 11:04

उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने अनेक नई परियोजनाओं को प्रारंभ किया है। जिनमें बरेली स्थित रामायण वाटिका का विकास विशेष स्थान...

Oct 17, 2024 11:04

Bareilly News : उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने अनेक नई परियोजनाओं को प्रारंभ किया है। जिनमें बरेली स्थित रामायण वाटिका का विकास विशेष स्थान रखता है। यह अनूठी वाटिका बरेली में रामगंगा नगर में स्थापित की गई है और इसका उद्देश्य भगवान श्रीराम के जीवन के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं और रामायण की शिक्षाओं को जीवंत रूप में प्रस्तुत करना है। अब इस परियोजना के अंतर्गत 51 फीट ऊंची भगवान श्रीराम की भव्य प्रतिमा की स्थापना की जा रही है। जो इस वाटिका का मुख्य आकर्षण बनने जा रही है।

भारतीय संस्कृति और धरोहर का सम्मान
बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) द्वारा बनाई गई यह वाटिका केवल धार्मिक स्थल नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति और धरोहर का एक अभूतपूर्व उदाहरण होगी। यहां भगवान श्रीराम के जीवन की घटनाओं को क्रमबद्ध तरीके से प्रदर्शित किया जाएगा। उनके जन्म से लेकर उनके गुरुकुल जीवन, वनवास, लंका विजय और अंततः अयोध्या में उनके राजतिलक तक के प्रमुख प्रसंगों को यहां दर्शाया जाएगा। यह स्थल देश भर के पर्यटकों को धार्मिक और सांस्कृतिक अनुभव के साथ-साथ हमारे महान महाकाव्य, रामायण से रूबरू कराएगा। वाटिका का उद्देश्य न केवल धार्मिक आस्था को प्रकट करना है बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भगवान राम के जीवन और आदर्शों से परिचित कराना है।


51 फीट ऊंची भगवान श्रीराम की प्रतिमा
इस परियोजना का एक महत्वपूर्ण और आकर्षक पहलू है भगवान श्रीराम की 51 फीट ऊंची प्रतिमा की स्थापना, जो अगले 6 महीनों में पूरी होनी तय है। इस विशाल प्रतिमा के निर्माण पर 10 करोड़ रुपये का व्यय निर्धारित किया गया है, जिसे बरेली विकास प्राधिकरण द्वारा वहन किया जा रहा है। BDA के उपाध्यक्ष मनीकंडन ए ने बताया कि इस प्रतिमा के निर्माण के लिए विश्व प्रसिद्ध स्टैचू ऑफ यूनिटी के निर्माण में संलग्न कंपनियों से भी प्रस्तुतीकरण लिया गया है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि इस परियोजना में उच्चतम गुणवत्ता और कौशल का समावेश हो, कला और शिल्प की सर्वोत्तम कंपनियों का चयन किया जा रहा है।

धार्मिक पर्यटन में रामायण वाटिका का महत्व
रामायण वाटिका और भगवान श्रीराम की भव्य प्रतिमा का निर्माण राज्य सरकार की धार्मिक पर्यटन नीति के अंतर्गत हो रहा है। जो बरेली को एक प्रमुख धार्मिक स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है। इस वाटिका के माध्यम से श्रद्धालुओं को भगवान श्रीराम के जीवन के विभिन्न प्रसंगों का अनुभव होगा और यह स्थल बरेली में धार्मिक पर्यटन का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा। यह परियोजना न केवल प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगी बल्कि बरेली की अर्थव्यवस्था को भी प्रोत्साहित करेगी। इस पहल से स्थानीय व्यवसायों को भी लाभ मिलेगा, क्योंकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं के कारण होटलों, रेस्तरां, गाइड सेवाओं और अन्य पर्यटन संबंधित उद्योगों में भी तेजी आएगी।

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युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनेगी भगवान श्रीराम की मूर्ति
रामायण वाटिका में स्थापित की जा रही भगवान श्रीराम की 51 फीट ऊंची प्रतिमा न केवल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगी, बल्कि इसका उद्देश्य भारतीय संस्कृति, आस्था और परंपरा को भावी पीढ़ी के समक्ष संरक्षित रूप में प्रस्तुत करना भी है। वाटिका में रामायण के प्रसंगों को सजीव चित्रण और कथा-निर्देशिका के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। जिससे यह स्थल धार्मिक शिक्षा और भारतीय संस्कृति के प्रति आकर्षण बढ़ाने का कार्य करेगा। यह स्थल भारतीय समाज को अपनी सांस्कृतिक धरोहर पर गर्व महसूस कराने के साथ-साथ युवा पीढ़ी को हमारे धार्मिक साहित्य और परंपराओं से परिचित कराएगा।

स्थानीय विकास में योगदान और रोजगार के नए अवसर
रामायण वाटिका का विकास स्थानीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से भी किया जा रहा है। धार्मिक पर्यटन से न केवल श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक संतोष प्राप्त होता है, बल्कि इस प्रकार की परियोजनाएं स्थानीय व्यापारियों और रोजगार के अवसरों के लिए भी लाभकारी सिद्ध होती हैं। बरेली में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होने से यहां के होटल, रेस्टोरेंट, गाइड और परिवहन सेवाओं में तेजी आएगी। इसके साथ ही इस परियोजना से बरेली में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे, जिससे क्षेत्रीय आर्थिक प्रगति को बल मिलेगा।

धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने में सरकार की योजनाएं
योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई प्रमुख योजनाओं का प्रारंभ किया है। अयोध्या में भगवान राम की भव्य मूर्ति की स्थापना, वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण और वृंदावन में विकास कार्यों के साथ-साथ, बरेली में रामायण वाटिका का विकास भी धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने के लिए सरकार की नीतियों का हिस्सा है। इस प्रकार के परियोजनाएं न केवल प्रदेश में सांस्कृतिक और धार्मिक जागरूकता बढ़ाने में सहायक हैं, बल्कि पर्यटन को एक संगठित क्षेत्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।

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