छत्रपाल गंगवार राजनीति के मैदान में जिले की बहेड़ी विधानसभा सीट से दो बार विधायक चुने जा चुके हैं। वर्ष 2007 में सपा के अताउर रहमान को और वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा उम्मीदवार नसीम अहमद को उन्होंने मात दी ...
Bareilly Lok Sabha Seat : पार्टी की उम्मीदों पर खरे उतरे छत्रपाल गंगवार, विरोध के बावजूद लहराया जीत का परचम
Jun 04, 2024 20:14
Jun 04, 2024 20:14
इन प्रत्याशियों से थी टक्कर
बरेली में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार छत्रपाल सिंह गंगवार के खिलाफ कुल 13 प्रत्याशी मैदान में थे। इनमें सपा के प्रवीण सिंह ऐरन, भूपेन्द्र कुमार मौर्य, मो. नसीम अली, रोहतास कश्यप, इरशाद अंसारी एडवोकेट, जगपाल सिंह यादव, रवि कुमार, आशीष गंगवार, आयशा बी, प्रिया कर्मराज, नितिन मोहन और वसीम मियां शामिल हैं।
टिकट वापस करने को मजबूर हो गए थे गंगवार
जब 8 बार के सांसद रहे संतोष गंगवार का टिकट काटकर भाजपा ने छत्रपाल सिंह गंगवार को टिकट दिया, तो भाजपा में अंदरूनी कलह बढ़ गई थी। छत्रपाल गंगवार को टिकट तो आसानी से मिल गया, मगर इसके बाद का सफर काफी दिक्कतों से भरा रहा। हालात यहां तक भी पहुंचे कि छत्रपाल गंगवार को न तो संगठन चुनाव लड़वा रहा था और न ही पार्टी के विधायक, सांसद और मंत्री चुनाव प्रचार में साथ दे रहे थे। इसे लेकर छत्रपाल गंगवार का एक मीटिंग के दौरान दर्द छलक पड़ा था। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि मुझे कोई भी चुनाव नहीं लड़वा रहा है, इसलिए मैं अपना टिकट सरेंडर कर दूंगा।
दो बार के विधायक रहे हैं छत्रपाल
छत्रपाल गंगवार राजनीति के मैदान में जिले की बहेड़ी विधानसभा सीट से दो बार विधायक चुने जा चुके हैं। वर्ष 2007 में सपा के अताउर रहमान को और वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा उम्मीदवार नसीम अहमद को उन्होंने मात दी थी। गौरतलब है कि छत्रपाल, संतोष को अपना राजनीतिक गुरु मानते रहे हैं। पेशे से शिक्षक रहे छत्रपाल की किसानों में अच्छी पकड़ मानी जाती है।
चार करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं गंगवार
बरेली लोकसभा सीट से जीत हासिल करने वाले भाजपा प्रत्याशी छत्रपाल गंगवार बीएड और एमए पास हैं। वह चार करोड़ 62 लाख से अधिक की संपत्ति के मालिक हैं। वह सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। उनके पास अचल संपत्ति तीन करोड़ 99 लाख 90 हजार की है, जबकि चल संपत्ति 62 लाख 63 हजार है। उनकी आय का स्रोत पेंशन, कृषि और व्यापार है। इन सब की जानकारी गंगवार ने नामांकन के दौरान शपथ पत्र में दी थी।
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