यूपी पुलिस का कारनामा : 8 साल पहले मर चुका था व्यक्ति, पुलिस ने उस पर दर्ज की सांप मारने की FIR

8 साल पहले मर चुका था व्यक्ति, पुलिस ने उस पर दर्ज की सांप मारने की FIR
UPT | यह मेटा एआई द्वारा जनरेट की गई सांकेतिक तस्वीर है

Sep 06, 2024 18:57

बदायूं जिले के उझानी थाना क्षेत्र में पुलिस की लापरवाही का एक प्रकरण सामने आया है। दरअसल यहां एक मृतक के खिलाफ ही चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। मामला 9 अक्टूबर 2023 का है

Sep 06, 2024 18:57

Short Highlights
  • 8 साल पहले मर चुका था व्यक्ति
  • पुलिस ने दर्ज की सांप मारने की FIR
  • सीओ को नहीं मामले की जानकारी
Budaun News : बदायूं जिले के उझानी थाना क्षेत्र में पुलिस की लापरवाही का एक प्रकरण सामने आया है। दरअसल यहां एक मृतक के खिलाफ ही चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। मामला 9 अक्टूबर 2023 का है, जब गांव बरायमय खेड़ा में सांपों के एक जोड़े को मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। पशुप्रेमी विकेंद्र शर्मा ने इस वीडियो को लेकर राजपाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। जांच के दौरान, विवेचक दारोगा मुकेश कुमार ने बिना सही जांच के मृतक जसपाल को भी आरोपी बना दिया, जिसकी 2015 में मृत्यु हो गई थी।

पुलिस के खिलाफ लग रहे आरोप
जब कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू हुई, तो पता चला कि चार्जशीट में मृतक जसपाल का नाम भी शामिल किया गया था। मृतक के परिवार ने पुलिस को सूचित किया कि जसपाल की मृत्यु आठ साल पहले हो चुकी है। इसके बावजूद, पुलिस ने कोर्ट में जसपाल के खिलाफ नोटिस तामील कराया और चार्जशीट दाखिल की। राजपाल ने इस गलती को अदालत में उजागर किया और आरोप लगाया कि विवेचक ने बिना पूरी जांच के चार्जशीट तैयार की, जो कि पूरी तरह गलत है।

सीओ को नहीं मामले की जानकारी
विवेचक मुकेश त्यागी ने बताया कि जब रिपोर्ट दर्ज हुई और उन्हें विवेचना मिली, तो उस दौरान राजपाल के साथ जसपाल का नाम भी सांप के जोड़े को मारने के मामले में सामने आया। जसपाल को नोटिस तामील कराया गया और उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई। हालांकि, बाद में परिजनों ने सूचित किया कि जसपाल तो आठ साल पहले ही मृत हो चुका है। सीओ उझानी शक्ति सिंह ने कहा कि इस मामले में दो लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी। न्यायालय से जो भी आदेश प्राप्त होगा, उसका पालन किया जाएगा। मृतक का नाम चार्जशीट में शामिल किए जाने का कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं है।

पुलिस बना रही थी पेश करने का दबाव
मृतक जसपाल के बेटे ने पुलिस को सूचित किया कि उनके पिता की मृत्यु 23 मार्च 2015 को आठ साल पहले हो चुकी है, जबकि पुलिस ने जसपाल को नोटिस तामील करने के लिए पहुंची थी। इसके बावजूद, पुलिस ने भगवानदास को यह मामला अदालत में ले जाने की सलाह दी। जब पुलिस ने मृतक जसपाल को अदालत में पेश होने का दबाव बनाना शुरू किया, तो भगवानदास ने बुधवार को अदालत में अपने पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र पेश किया। प्रमाण पत्र में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि जसपाल की मृत्यु आठ साल पहले हो चुकी है। भगवानदास ने इस मामले की जांच की मांग की है और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की अपील की है।

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