हादसे के बाद एक्शन में प्रशासन : गूगल मैप से हटाया गया अधूरे पुल का रास्ता, डीएम ने भेजी शासन को रिपोर्ट

गूगल मैप से हटाया गया अधूरे पुल का रास्ता, डीएम ने भेजी शासन को रिपोर्ट
UPT | पुल हादसा

Nov 27, 2024 16:03

गूगल मैप ने इस हादसे के बाद मामले की गंभीरता को समझते हुए उस मार्ग को अपने मैप से हटा दिया है। गूगल की गलत लोकेशन के कारण यह दुर्घटना घटी थी।

Nov 27, 2024 16:03

Bareilly News : बरेली के बदायूं जिले में गूगल मैप्स की गलत लोकेशन की वजह से हुए दर्दनाक हादसे में तीन लोगों की जान चली गई। यह हादसा बदायूं के दातागंज तहसील क्षेत्र के मुंडा गांव में निर्माणाधीन पुल पर हुआ। हादसे के बाद से प्रशासन एक्शन मोड में है। हादसे के बाद जिला अधिकारी निधि श्रीवास्तव ने जांच कर रिपोर्ट शासन को भेजी है, जिसमें प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण बिंदुओं की ओर ध्यान आकर्षित किया है। रिपोर्ट में पुल पर आवागमन रोकने के लिए पुख्ता उपाय न किए जाने की बात कही गई है। साथ ही, गूगल मैप को भी इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है, जिसके बाद गूगल ने इस रास्ते को अपने मैप से हटा दिया है।

गूगल मैप से हटाया गया रास्ता
बदायूं जिले के दातागंज क्षेत्र में रामगंगा नदी पर बने एक अधूरे पुल पर हुए हादसे के बाद प्रशासन ने गंभीर कदम उठाए हैं। इस हादसे में तीन युवकों की मौत हो गई थी, जिनकी कार गूगल मैप के सहारे अधूरे पुल तक पहुंच गई और फिर 20 फुट गहरी खाई में गिर गई। गूगल मैप ने इस हादसे के बाद मामले की गंभीरता को समझते हुए उस मार्ग को अपने मैप से हटा दिया है। गूगल की गलत लोकेशन के कारण यह दुर्घटना घटी थी, इसलिए गूगल को भी दोषी ठहराया जा रहा है। अब इस रास्ते को बंद कर दिया गया है, ताकि भविष्य में ऐसी किसी दुर्घटना से बचा जा सके।

डीएम ने शासन को भेजी रिपोर्ट
हादसे के बाद, एसडीएम दातागंज ने डीएम निधि श्रीवास्तव को घटना की रिपोर्ट भेजी, जिसमें पुल पर बरती गई लापरवाही का उल्लेख किया गया। इसके बाद डीएम ने इस मामले की जांच कराकर अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी। रिपोर्ट में यह साफ तौर पर कहा गया कि पुल पर आवागमन रोकने के पुख्ता उपाय नहीं किए गए थे और सुरक्षा संकेतक भी नहीं लगाए गए थे।



जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा
रामगंगा नदी पर बना यह पुल पिछले एक साल से अधूरा पड़ा था। सितंबर 2023 में बाढ़ के कारण फरीदपुर की ओर जाने वाली सड़क का संपर्क मार्ग बह गया था। इसके बाद पुल पर आवागमन रोकने के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने एक दीवार बनाई थी, लेकिन कुछ लोगों ने इस दीवार को तोड़ दिया। इस पुल पर दुर्घटना से पहले कोई संकेतक या सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई थी, जिसके कारण हादसा हुआ।

पीडब्ल्यूडी के अभियंताओं पर कार्रवाई
इस घटना के बाद पीडब्ल्यूडी के पांच अभियंताओं को जिम्मेदार माना गया है। जांच में पाया गया कि पुल का संपर्क मार्ग बह जाने के बाद भी अभियंताओं ने आवागमन रोकने के लिए आवश्यक कदम नहीं उठाए। अभियंताओं पर कार्रवाई के लिए मुख्य अभियंता अजय कुमार ने अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी है, जिसमें निलंबन की सिफारिश की गई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि पुल के दोनों ओर अवरोधक लगाने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी की थी, लेकिन अभियंताओं ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। इसके अलावा, पहले बनी दीवार भी टूट चुकी थी और नए संकेतक भी नहीं लगाए गए थे।

दातागंज के नायब तहसीलदार की रिपोर्ट
दातागंज के नायब तहसीलदार छविराम ने इस मामले में सहायक अभियंता मोहम्मद आरिफ, अभिषेक कुमार, अवर अभियंता अजय गंगवार और महाराज सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। नायब तहसीलदार ने यह आरोप लगाया कि अभियंताओं ने जानबूझकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह नहीं किया और इस लापरवाही के कारण यह भयानक हादसा हुआ।

Also Read