दो महीने पहले पंजाब के मोहाली जिले में एक आईएएस अधिकारी के व्यापारी भाई के घर हुई डकैती ने अब नया मोड़ ले लिया है। चुराए गए गहने और अन्य सामान को बदायूं के नौ सर्राफा व्यापारियों को बेचने का खुलासा हुआ है।
आईएएस अधिकारी के व्यापारी भाई के घर डकैती का मामला : बदायूं के नौ सर्राफों पर पंजाब पुलिस ने की छापेमारी
Nov 06, 2024 14:41
Nov 06, 2024 14:41
एक सितंबर को आईएएस अधिकारी के भाई के घर डाली थी डकैती
1 सितंबर को लुधियाना में तैनात आईएएस अधिकारी अनुराग अग्रवाल के भाई पारस अग्रवाल के मोहाली स्थित घर में डकैती हुई थी। इस वारदात में बदमाश लाखों रुपये के गहने और अन्य सामान लेकर फरार हो गए थे। मामले की रिपोर्ट मोहाली के सेक्टर 79 थाने में दर्ज की गई और इसके बाद पुलिस ने तेजी से जांच शुरू कर दी। वजीरगंज थाना क्षेत्र के निमठोली गांव के निवासी अजय कुमार को संदिग्ध मानते हुए हिरासत में लिया गया, जहां उसने अन्य संलिप्त व्यक्तियों की जानकारी पुलिस को दी।
बदायूं के नौ सर्राफों ने खरीदा था डकैती का सामान
अजय कुमार की सूचना पर पुलिस ने बदायूं के बीच कुआं इलाके में स्थित गौरव कुमार रस्तोगी उर्फ अंशु रस्तोगी और उसके नाबालिग बेटे को भी हिरासत में लिया। हालांकि, बाद में नाबालिग को छोड़ दिया गया। इस कार्रवाई के बाद बदायूं के सर्राफा बाजार में हलचल मच गई। बताया गया है कि घटना में बदायूं के समीप स्थित गांव निजरा के एक अन्य व्यक्ति की संलिप्तता भी पाई गई है।
पुलिस की छापेमारी के बाद जुटी भीड़
पंजाब पुलिस की कार्रवाई के दौरान मंगलवार को कोतवाली परिसर में भारी भीड़ इकट्ठा हो गई, और कुछ लोगों ने मामले को समझौते से सुलझाने का प्रयास किया। हालांकि, पंजाब पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए किसी भी प्रकार के समझौते से साफ इंकार कर दिया। पुलिस अजय कुमार और गौरव रस्तोगी को अपने साथ पंजाब ले गई, और अब मामले में शामिल अन्य सर्राफा व्यापारियों की भूमिका की जांच जारी है।
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