बरेली के फरीदपुर में आयोजित एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गुरुग्राम से निकले तीन दोस्तों की जान एक दर्दनाक हादसे में चली गई। टोल टैक्स बचाने और गूगल मैप पर भरोसा करने की कीमत...
काल के गाल समाए तीन दोस्त : अधूरे पुल से 20 फुट नीचें गिरी थी कार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट देख सहमे लोग
Nov 25, 2024 16:21
Nov 25, 2024 16:21
शादी की रौनक मातम में बदली
शादी समारोह फरीदपुर के राम रहीम बारातघर में हो रहा था। यह हादसा उस वक्त हुआ जब ये तीनों दोस्त शनिवार रात गुरुग्राम से रवाना हुए थे। रविवार को जब यह खबर शादी स्थल तक पहुंची तो खुशियों का माहौल मातम में बदल गया। परिवार ने सादगी के साथ शादी की रस्में पूरी कीं और रात में ही दुल्हन की विदाई कर दी गई।
गूगल मैप पर भरोसा बना काल
हादसे की जड़ अधूरा पुल और गूगल मैप की गुमराह करने वाली जानकारी थी। गूगल मैप पर पुल पूरा बना हुआ दिख रहा था, जबकि स्थानीय स्तर पर पुल निर्माण अधूरा था और वहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। पुल पर एप्रोच रोड महीनों पहले ही बह चुकी थी। जिससे पुल अब हवा में लटक रहा है। स्थानीय लोगों को इसका पता था, लेकिन बाहरी लोग इस खतरे से अनजान थे।
परिवार ने लगाए प्रशासन पर लापरवाही के आरोप
पीड़ित परिवार ने हादसे के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। परिजनों का कहना है कि पुल पर न तो अवरोधक लगाए गए थे न ही किसी चेतावनी बोर्ड की व्यवस्था की गई। अजीत के बहनोई प्रमोद सिंह ने कहा, "यदि प्रशासन सतर्कता बरतता तो यह हादसा टल सकता था। अब हम कानूनी कार्रवाई पर विचार कर रहे हैं।" राजेश सिंह ने बताया कि तीनों मृतकों के पिता सगे भाई थे। नितिन एक महीने पहले ही पिता बने थे। वहीं, अजीत के परिवार में पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं।
शादी की रस्में सादगी से पूरी की गईं
दुल्हन के भाई रॉबिन ने वर पक्ष को पहले ही सूचित कर दिया था कि बारात बिना बैंड-बाजे के आए। रस्में पूरी करने के बाद रात में ही दुल्हन की विदाई कर दी गई। स्थानीय लोगों ने प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी जताई। रामगंगा नदी के पास स्थित इस पुल पर कई महीने से कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ था और इसे ऐसे ही छोड़ दिया गया था। परिजनों ने मांग की है कि प्रशासन तत्काल इस पुल पर चेतावनी संकेत और सुरक्षा अवरोध लगाए ताकि और लोगों की जान न जाए।