नाथ कॉरिडोर के अंतर्गत, शहर के प्रमुख चौराहों को एक नया रूप दिया जाएगा। यहां रात के समय फव्वारों के साथ रंग-बिरंगी रोशनी का भी इंतजाम किया जाएगा...
बरेली का गांधी उद्यान चौराहा अब बनेगा 'नटराज चौक' : रंग-बिरंगी रोशनी से होगा जगमग, जिले में बदलेगी ट्रैफिक व्यवस्था
Oct 25, 2024 13:47
Oct 25, 2024 13:47
- नए लुक में नजर आएगा गांधी उद्यान चौराहा
- फव्वारों और रोशनी से सजेगा नटराज चौक
- बरेली में बदलेगी ट्रैफिक व्यवस्था
बैठक में प्रस्ताव को मिली मंजूरी
इस परियोजना की पहल बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने की है। चौराहों के विकास से पहले उनकी डिज़ाइन तैयार की जाएगी, जिसके लिए स्थलीय सर्वेक्षण किया जा रहा है। मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। चौराहे पर अक्सर जाम की समस्या देखने को मिलती है, और इसका आकार भी ठीक से विकसित नहीं हो पाया है।
खत्म होगी जाम की समस्या
जाम की समस्या को खत्म करने के लिए आर्किटेक्ट ने एक नई डिज़ाइन तैयार की है। इसके अनुसार, गांधी उद्यान की ओर आने-जाने वाले ट्रैफिक को इस तरह व्यवस्थित किया जाएगा कि जाम न लगे। इसके लिए, चौराहे के पास स्थित पार्क की जमीन का उपयोग किया जाएगा। विकास भवन से आने वाले ट्रैफिक को सर्किल से घुमाकर भेजने की योजना है और दोनों ओर समान चौड़ाई की सड़कें भी बनाई जाएंगी।
इन सड़कों को बनाया जाएगा मॉडल रोड
डेलापीर से त्रिवटीनाथ मंदिर और श्यामगंज पुल तक जाने वाली सड़क को मॉडल रोड बनाने की तैयारी चल रही है। बीडीए के अभियंताओं और आर्किटेक्ट ने हाल ही में इन दोनों सड़कों का निरीक्षण किया है। साथ ही, नाथ नगरी की थीम पर विकसित किए जाने वाले अन्य चौराहों की पहचान भी की गई है।
विकास योजनाओं में ये भी शामिल
इसके अलावा, डीडीपुरम के सेलेक्शन प्वाइंट चौराहा, प्रेमनगर के धर्मकांटा चौराहा और गांधी उद्यान चौराहा इन विकास योजनाओं में शामिल हैं। इन चौराहों के विकास की लागत और अन्य पहलुओं पर विचार-विमर्श चल रहा है। गांधी उद्यान चौराहा शहर का एक महत्वपूर्ण केंद्र है, क्योंकि इसके पास स्मार्ट सिटी का अर्बन हाट और हैंडीक्राफ्ट सेंटर भी है।
आर्किटेक्ट की ली जा रही सहायता
इसे लेकर, बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मनिकंडन ए. ने बताया कि चौराहों का सौंदर्यीकरण करने से वे शहर की पहचान बन जाते हैं। इसलिए, बीडीए नाथ कॉरिडोर के चौराहों को विकसित करने के लिए विस्तृत आकलन कर रहा है और इसके लिए आर्किटेक्ट की सेवाएं ली जा रही हैं। इस प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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