यूपी के बरेली की नगर पंचायत देवरनियां के चेयरमैन के खिलाफ सभासदों ने बगावत शुरू कर दी है। नगर पंचायत के 13 में से आठ सभासद चेयरमैन के खिलाफ...
बरेली की नगर पंचायत देवरनियां : चेयरमैन पर पक्षपात का आरोप, 13 में से आठ सभासदों ने डीएम से की शिकायत
Dec 23, 2024 23:01
Dec 23, 2024 23:01
निर्माण कार्य में पक्षपात का आरोप
नगर पंचायत के सभासदों ने डीएम से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। उनका आरोप है कि चेयरमैन सभासदों के साथ पक्षपात करते हैं। विकास कार्य भी नहीं कराए जाते। इसको लेकर बोर्ड मीटिंग में भी शिकायत की गई। मगर इसके बाद भी शिकायतों का निस्तारण नहीं हुआ। नगर पंचायत देवरनियां में 13 वार्ड के सभासद हैं। इनमें से आठ सभासदों ने डीएम को शिकायती पत्र दिया है। नगर पंचायत चेयरमैन मुहम्मद कलीम अंसारी पर नगर प्रशासन से मिलकर अपने सभासदों के निर्माण कार्यों में पक्षपात करने एवं शासन आदेश के विपरीत निविदा अंगरित करने का आरोप लगाया है।
शासन के आदेशों के विरुद्ध कार्य कराने का आरोप
शिकायती पत्र के माध्यम से सभासदों ने डीएम को अवगत कराया है कि चेयरमैन मुहम्मद कलीम अंसारी और अधिशासी अधिकारी ने शासन के आदेश के विपरीत सत्र 2024-25 के विपरीत 17 दिसम्बर को निविदा आमंत्रण सूचना समाचार पत्र में प्रकाशित कर ऑफलाइन निविदा आमंत्रित की। इसमें उन्होंने अपने कार्यालय में भ्रष्टाचार पक्षपात और अव्यवस्थाओं के चलते अपनी मनमानी कर अपने कृपा पात्र ठेकेदार, निजी स्वार्थ साध कर अपने लोगों के पक्ष में ठेके दिए हैं। जिसके चलते सरकारी धन का दुरुपयोग और बंदरवांट किया जा सके। आरोप है कि एक ही उक्त निविदा के नियम मुख्य शर्तों में विभागीय कथन नंबर एक के अनुसार पंजीकृत ठेकेदारों के मान्य होने का नियम है। मगर नगर पंचायत चेयरमैन ने पूर्ण रूप से शासन की नियमावली को ठेंगा दिखाकर अपनी मनमानी के क्रम में अपने ठेकेदारों के पक्ष में किया। यह निविदा पूर्ण रूप से निरस्त करने योग्य है।
चेयरमैन पर ठेकों में मनमानी का आरोप
उन्होंने तमाम आरोप लगाए हैं। नगर पंचायत में निविदाएं सरकार के नियम के शर्तों में मुख्य कथन नंबर तीन के अनुसार किसी एक या समस्त निविदाओं के बिना कारण बताएं आस्वीकृत करने एवं निरस्त करने का पूर्ण अधिकार अधोदस्तरी को होगा। यह पूर्ण मनमानी को दर्शाता है। उन्होंने पत्र के माध्यम से स्पष्ट किया है कि भारत की जनता कई प्रकार से निर्माण अधिकारियों के लिए टेस्ट के क्रम में धनराशि अपनी मेहनत की कमाई से देती है। उसी के द्वारा उक्त विभाग के निर्माण कार्य एवं संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को वेतन आदि भी दिया जाता है। सभासदों ने जिलाधिकारी से उपरोक्त भ्रष्टाचार की महत्वाकांक्षाओं से निकाली गई पक्षपात पूर्ण निविदाओं को निरस्त करने की मांग की। दोषियों के विरुद्ध उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। शिकायत करने वालों में सभासद कमलेश कुमार, रघुवीर सिंह, मेराज, मोहम्मद जीशान, समीर, मोहम्मद खालिद, अमित कुमार, तहसीन बेग शामिल हैं।
यह बोले चेयरमैन
चेयरमैन मुहम्मद कलीम ने बताया कि हम शासनादेश के तहत काम कर रहे हैं। सभासदों के आरोप निराधार हैं। चेयरमैन पद के पूर्व प्रत्याशी और पूर्व चेयरमैन ने सभासदों को भड़काकर गलत शिकायत कर हमारी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है। मगर जनता सब जानती है। हमने न कोई गलत काम किया है ना करेगें।