कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह का दावा : गधी के दूध से बदलेगी किसानों की किस्मत, पशुपालन से दोगुनी होगी आय

गधी के दूध से बदलेगी किसानों की किस्मत, पशुपालन से दोगुनी होगी आय
UPT | कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह

Dec 28, 2024 16:29

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के आंवला विधानसभा क्षेत्र से विधायक और राज्य के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने गधी के दूध के उत्पादन से किसानों की आय दोगुनी करने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकारें किसानों की आय बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं...

Dec 28, 2024 16:29

Bareilly News : उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के आंवला विधानसभा क्षेत्र से विधायक और राज्य के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने गधी के दूध के उत्पादन से किसानों की आय दोगुनी करने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकारें किसानों की आय बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं और इसके लिए कृषि के साथ-साथ पशुपालन को बढ़ावा दिया जा रहा है। मंत्री ने बरेली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह सुझाव दिया कि गधी के दूध का उत्पादन और उसका व्यापार किसानों के लिए एक नया आय का स्रोत बन सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि पशुपालन के विभिन्न विकल्पों को अपनाकर किसान अपनी आय को दोगुना कर सकते हैं।

सरकार दे रही सब्सिडी
कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने आगे कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है। इनमें से एक योजना डेयरी खोलने के लिए सब्सिडी प्रदान करना है। इसके अलावा मुर्गी पालन, सूअर पालन और बकरी पालन के लिए भी सरकार द्वारा सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि बकरी का दूध 400 रुपये प्रति किलो बिक रहा है, जबकि गधी के दूध की कीमत 1600 रुपये प्रति किलो तक है। उन्होंने कहा कि गधी के दूध से न केवल कृषि उत्पादकों की आय बढ़ रही है, बल्कि इसका उपयोग सौंदर्य प्रसाधनों जैसे चेहरे की क्रीम बनाने में भी हो रहा है, जो इसके व्यावसायिक महत्व को दर्शाता है।



स्किनकेयर उत्पादों और दवाओं में होता है इस्तेमाल
गधी के दूध के औषधीय गुणों के बारे में बताते हुए मंत्री ने कहा कि यह दूध स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है और इसके औषधीय गुणों के कारण इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 2,000 रुपये से 7,000 रुपये प्रति लीटर तक हो सकती है। गधी के दूध का इस्तेमाल मुख्यतः स्किनकेयर उत्पादों और दवाओं में किया जाता है। मंत्री धर्मपाल सिंह ने यह भी बताया कि इसकी बाजार में काफी मांग है और इसे विभिन्न रूपों में बेचा जा सकता है, जिससे किसानों को अतिरिक्त आय का एक स्थिर स्रोत मिल सकता है।

महाकुंभ को लेकर क्या बोले
कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कुंभ मेले का भी जिक्र किया और बताया कि कुंभ का धार्मिक प्रभाव बहुत गहरा होता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हाल ही में वे शिमला गए थे और वहां राज्यपाल और मुख्यमंत्री को कुंभ मेले में आने का निमंत्रण दिया था। जैसे ही उन्होंने शिमला में कदम रखा, वहां भारी बर्फबारी शुरू हो गई और सड़क से लेकर पेड़-पौधे बर्फ की सफेद चादर से ढक गए। उन्होंने कुंभ मेले के डिजिटलाइजेशन की बात की, जिससे दुनियाभर के लोग इस धार्मिक आयोजन से डिजिटल माध्यम से जुड़ सकेंगे।

पशुपालन से बढ़ेंगे आय के स्रोत
मंत्री धर्मपाल ने यह भी कहा कि गोधन (गाय, भैंस और अन्य पशु) और गधी पालन से किसान अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं। पशुपालन से न केवल दूध का उत्पादन हो सकता है, बल्कि गोमूत्र और खाद जैसे उत्पादों से भी आय बढ़ाई जा सकती है। इसके साथ-साथ भेड़, बकरी और अन्य पशुओं के पालन से भी किसानों को अतिरिक्त आय का स्रोत मिल सकता है। यूपी सरकार किसानों को पशुपालन के लिए सब्सिडी और तकनीकी सहायता प्रदान कर रही है। मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है और सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर नए उपायों पर काम कर रही है।

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