पैकेज्ड और बोतलबंद पानी स्वास्थ्य के लिए खतरनाक : खाद्य सुरक्षा विभाग की लैब जांच में पाया गया आर्सेनिक की मात्रा अधिक

खाद्य सुरक्षा विभाग की लैब जांच में पाया गया आर्सेनिक की मात्रा अधिक
UPT | सांकेतिक फोटो।

Sep 17, 2024 01:00

बरेली की दुकानों पर बिकने वाला पैकेट बंद और बोतल का पानी सेहत के लिए काफी खतरनाक है। यह लीवर और किडनी के साथ ही सेहत भी खराब कर सकता है। इसमें आर्सेनिक की मात्रा अधिक पाई गई है।

Sep 17, 2024 01:00

Bareilly News : उत्तर प्रदेश के बरेली में दुकानों पर बिकने वाला पैकेट बंद और बोतल का पानी सेहत के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकता है। हाल ही में फूड सेफ्टी विभाग की लैब जांच में यह खुलासा हुआ है कि इस पानी में आर्सेनिक की मात्रा काफी अधिक है, जो लीवर और किडनी को नुकसान पहुंचाने के साथ ही अन्य बीमारियों का कारण भी बन सकती है। यह धीमा जहर के रूप में काम करता है, जो धीरे-धीरे शरीर के नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। स्थानीय चिकित्सक डॉ. मुहम्मद नदीम के अनुसार, इस पानी के सेवन से एसिडिटी और पेट से जुड़ी बीमारियों में वृद्धि हो रही है।

29 खाद्य पदार्थों के नमूनों की जांच
फूड एंड सेफ्टी विभाग द्वारा लखनऊ प्रयोगशाला में 29 खाद्य पदार्थों के नमूनों की जांच की गई, जिसमें से सात नमूने अनसेफ, दो मिस ब्रांड और 20 अधोमानक पाए गए। जांच में खुलासा हुआ कि सरसों का तेल, खाद्य रंग, और खाद्य तेल जैसे उत्पाद भी सुरक्षित नहीं हैं। बरेली के साईं फिल्टर वाटर प्लांट से पैकेट बंद पानी का नमूना भी अनसेफ पाया गया। इससे पहले फरीदपुर के मेहतरपुर क्षेत्र में भी सरसों के तेल के नमूने असुरक्षित पाए गए थे। इसके साथ ही अरहर की दाल, लाल मिर्च पाउडर और रसगुल्ला जैसे खाद्य पदार्थों को भी अनसेफ की श्रेणी में रखा गया है। विभाग द्वारा इन नमूनों की रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी गई है और आगे और भी नमूने भरे जाने की योजना है।

मुकदमा दर्ज करने की तैयारी
बरेली की फूड एंड सेफ्टी विभाग की टीम ने विभिन्न दुकानों से 29 खाद्य पदार्थों के नमूने लिए थे, जिसमें से सात नमूने फेल हुए और दो ब्रांड के नमूने मिस ब्रांड पाए गए। सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय, अपूर्व श्रीवास्तव ने बताया कि जिन नमूनों को अनसेफ पाया गया है, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए लखनऊ मुख्यालय से अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलने के बाद संबंधित दुकानदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, इस बीच कई दुकानदार विभाग से बचने के लिए सेटिंग करने की कोशिश में जुट गए हैं।

इस रिपोर्ट से साफ होता है कि बरेली में बिकने वाले खाद्य और पेय पदार्थों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं, और जल्द ही सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि जनता की सेहत से खिलवाड़ न हो।  

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