बीसलपुर तहसील के ग्राम चुर्रासकतपुर के सचिव रितेश शुक्ला को 4.57 लाख रुपये के सरकारी धन के गबन के आरोप में आखिरकार निलंबित कर दिया गया है।
साढ़े 4 लाख रुपये डकार गए ब्लॉक सचिव : सरकारी धन के गबन का लगा आरोप, डीएम ने किया निलंबित
Aug 24, 2024 21:10
Aug 24, 2024 21:10
- साढ़े 4 लाख रुपये डकार गए ब्लॉक सचिव
- खंड विकास अधिकारी करेंगे जांच
- सरकारी धन के गबन का आरोप
सचिव रितेश शुक्ला ने नहीं दिया स्पष्टीकरण
जांच के दौरान, सचिव रितेश शुक्ला ने न तो अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों का जवाब दिया और न ही अपने पक्ष में कोई स्पष्टीकरण पेश किया। इसके परिणामस्वरूप, जिलाधिकारी ने सचिव के खिलाफ अनुशासनहीनता और लापरवाही के आरोपों के तहत उसे निलंबित करने का निर्णय लिया। इसके साथ ही, उसे विकासखंड मरौरी से संबद्ध कर दिया गया है, जो कि एक अस्थायी पद है। इस कार्रवाई के तहत, सचिव के खिलाफ विभागीय जांच जारी रहेगी और उसकी जिम्मेदारियों का मूल्यांकन किया जाएगा।
खंड विकास अधिकारी करेंगे जांच
दूसरी ओर, बीसलपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत चुर्रासकतपुर में हुए वित्तीय अनियमितताओं की जांच का जिम्मा अब मरौरी के खंड विकास अधिकारी को सौंपा गया है। जिला विकास अधिकारी संजय कुमार ने पुष्टि की है कि सचिव रितेश शुक्ला को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, इस कदम से भ्रष्टाचार के खिलाफ योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को लागू किया गया है। आरोपित सचिव और ग्राम प्रधान पर सरकारी धन के गबन के गंभीर आरोप थे, जिसे देखते हुए यह कार्रवाई की गई है।
सरकारी धन के गबन का आरोप
ग्राम चुर्रासकतपुर के झनकार सिंह, राजकुमार और बुलाकीराम जैसे ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के समक्ष शपथ पत्र के साथ शिकायत की थी। इन शिकायतों में आरोप लगाया गया कि सचिव रितेश शुक्ला ने प्रधान के साथ मिलकर सरकारी धन का गबन किया। शिकायत के बाद डीएम ने जांच के आदेश दिए, जिसमें सचिव की भूमिका को दोषपूर्ण पाया गया। निलंबन के साथ-साथ सचिव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।
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