हाल ही में, मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने इस नवीनीकृत रेल खंड का व्यापक निरीक्षण किया और इस पर ट्रेन संचालन के लिए अपनी स्वीकृति प्रदान की। रेलवे अधिकारियों ने आशा व्यक्त की है कि आने वाले सप्ताह में इस मार्ग पर यात्री ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा।
पीलीभीत-मैलानी रेलखंड: ब्रॉड गेज लाइन तैयार लेकिन नहीं शुरू हुआ ट्रेनों का संचालन
Jul 20, 2024 16:01
Jul 20, 2024 16:01
- ब्रॉड गेज परिवर्तन परियोजना का पड़ेगा असर
- रेल प्रशासन इस नए मार्ग पर सुरक्षित और कुशल सेवाएं प्रदान करने के लिए तत्पर
निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर उठे सवाल
हाल ही में उत्तर भारत में हुई भारी बारिश ने पीलीभीत जिले में व्यापक तबाही मचाई, जिसके परिणामस्वरूप कई क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आ गए। इस प्राकृतिक आपदा का एक गंभीर प्रभाव पीलीभीत-मैलानी रेलखंड पर देखने को मिला, जहां एक नवनिर्मित पुलिया बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हो गई। इस घटना ने रेलवे द्वारा किए गए निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए। मामले की गंभीरता को देखते हुए, जैसे ही पानी का स्तर कम हुआ, रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और रेलखंड को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए कार्य में जुट गए। यह घटना न केवल रेल संचालन के लिए एक चुनौती है, बल्कि भविष्य में इस तरह की आपदाओं से निपटने के लिए बेहतर योजना और निर्माण मानकों की आवश्यकता पर भी प्रकाश डालती है।
ब्रॉड गेज परिवर्तन परियोजना का असर
कुछ वर्ष पूर्व तक, पीलीभीत से लखनऊ तक मीटर गेज रेल मार्ग यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी हुआ करती थी। यह मार्ग मैलानी और सीतापुर होते हुए गुजरता था, जिसका उपयोग न केवल भारतीय नागरिक बल्कि हजारों नेपाली यात्री भी दैनिक आवागमन के लिए करते थे। विशेष रूप से पीलीभीत-लखीमपुर खंड पर यात्रियों की अधिक संख्या देखी जाती थी। हालांकि, ब्रॉड गेज परिवर्तन परियोजना के आरंभ होने के साथ, इस मार्ग पर रेल सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गईं। परिणामस्वरूप, यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए बस सेवाओं पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
बारिश में बह गई थी पुलिया
पीलीभीत-मैलानी रेलखंड पर हाल ही में ब्रॉड गेज परिवर्तन का कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हुआ था। मुख्य सुरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण के बाद इस मार्ग पर ट्रेन संचालन के लिए हरी झंडी भी मिल गई थी, और पिछले सप्ताह तक यात्री ट्रेनों के शीघ्र शुरू होने की उम्मीदें जताई जा रही थीं। परंतु प्रकृति ने इन योजनाओं पर पानी फेर दिया। भारी बारिश के कारण शाहगढ़ और माला रेलवे स्टेशनों के मध्य स्थित एक महत्वपूर्ण पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई। यह घटना न केवल ट्रेन संचालन की योजनाओं में बाधा बनी, बल्कि इसने नवनिर्मित बुनियादी ढांचे की मजबूती पर भी सवाल खड़े कर दिए। रेलवे अधिकारी अब इस चुनौती से निपटने और यथाशीघ्र सेवाओं को बहाल करने के लिए त्वरित कार्रवाई में जुटे हुए हैं।
क्षतिग्रस्त पुलिया की मरम्मत में जुटे उच्च अधिकारी
हालिया बारिश से हुई क्षति ने न केवल स्थानीय निवासियों की आशाओं पर पानी फेर दिया, बल्कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए, इज्जतनगर रेल मंडल की डीआरएम रेखा यादव और गोरखपुर से आए प्रमुख मुख्य इंजीनियर रंजन यादव स्वयं मौके पर उपस्थित होकर मरम्मत कार्य की निगरानी कर रहे हैं। उनका प्रयास है कि जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा करके रेल संचालन बहाल किया जा सके। इज्जतनगर रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि उच्चाधिकारियों की प्रत्यक्ष निगरानी में सभी आवश्यक कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। उन्होंने यह आश्वासन दिया की शीघ्र ही इस मार्ग पर ट्रेन संचालन पुनः प्रारंभ हो जाएगा, जो क्षेत्र के यात्रियों के लिए बड़ी राहत होगी।
Also Read
15 Jan 2025 04:05 PM
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में जंगली जानवरों की बढ़ती संख्या और मानव बस्तियों में प्रवेश को देखते हुए प्रशासन ने रेस्क्यू सेंटर बनाने की योजना बनाई है। सेंटर का आधा निर्माण पूरा हो चुका है, जो बाघों और तेंदुओं को स्थानीय रूप से सुरक्षा और इलाज मुहैया कराएगा। और पढ़ें