आग की घटनाओं पर नियंत्रण पाने के प्रयासों के तहत अब एक नई पहल की जा रही है। क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग के बाद फायर स्टेशन के निर्माण के लिए स्थान का चयन कर लिया गया है...
पीलीभीत में बनेगा फायर स्टेशन : चिह्नित की गई जमीन, 50 गांवों को मिलेगी राहत
Nov 11, 2024 15:17
Nov 11, 2024 15:17
- बिलसंडा को मिलेगा फायर स्टेशन
- करेली में चिह्नित हुई दो एकड़ जमीन
- 50 गांवों को मिलेगी राहत
कई बार आग से हुआ नुकसान
दरअसल, काफी समय से बिलसंडा ब्लॉक में फायर स्टेशन की कमी महसूस की जा रही थी, खासकर गर्मियों में जब आग की घटनाएं अधिक होती हैं। इस दौरान बीसलपुर से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलानी पड़ती थीं, लेकिन उनकी पहुंच में देरी होने के कारण आग पर काबू पाना मुश्किल हो जाता था। इस कारण क्षेत्र में कई बार आग से हुए नुकसान के बाद स्थानीय लोग फायर स्टेशन की आवश्यकता को महसूस करने लगे थे।
मामले की गंभीरता को समझते हुए उठाया गया कदम
क्षेत्र में पहले भी फसलों में आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे नुकसान बढ़ा। इसके बाद, ग्रामीणों ने इस समस्या का समाधान निकालने के लिए जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से फायर स्टेशन खोलने की मांग की। इस विषय पर कई बार पत्राचार भी किए गए, ताकि अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकर्षित हो सके। इसके चलते, अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को समझा और शासन से आवश्यक अनुमोदन के लिए कदम उठाए।
गांव में जमीन चिह्नित
मंजूरी मिलने के बाद, तहसील प्रशासन ने करेली गांव में दो एकड़ जमीन को फायर स्टेशन के लिए चिह्नित किया है। लेखपाल विधिक के अनुसार, फायर स्टेशन के निर्माण के लिए यह भूमि पहले ही चयनित कर दी गई है। अब इस प्रस्ताव को राज्य सरकार को भेजा जा चुका है और बजट मिलने पर कार्य शुरू करने की संभावना है। इसके साथ ही, प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि फायर स्टेशन का निर्माण क्षेत्र की सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण होगा।
पचास गांवों को होगा फायदा
करीब 50 गांवों के लोग इस फायर स्टेशन से राहत महसूस करेंगे, खासकर करेली, चांदपुर, पसियापुर, कल्याणपुर, भूड़ा कस्तुआ, तिल्छी, बिलासपुर, रामपुर बसंत और बमरौली जैसे गांवों के निवासी। इन गांवों में आग की घटनाओं पर समय रहते नियंत्रण पाया जा सकेगा, जिससे ग्रामीणों को राहत मिलेगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि गर्मियों में आग की घटनाएं अक्सर बढ़ जाती हैं और फायर स्टेशन की स्थापना से आग पर जल्दी काबू पाया जा सकेगा, जिससे नुकसान कम होगा।
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