आजकल लोग अपनी सहूलियत को घर के बाहर पेड़ों को कटवा देते हैं। जिससे मकान की लोकेशन साफ दिखाई दे। मगर, इससे हमारा ही नुकसान है। क्योंकि, हर इंसान की जिंदगी के लिए ऑक्सीजन काफी जरूरी है। यह ऑक्सीजन पेड़ से मिलती है, लेकिन इसके बाद भी लोग पेड़ों का कत्ल कर रहे हैं। हर दिन घर, रोड, और अन्य निर्माण कार्यों के लिए लाखों पेड़ों का कत्ल होता है, लेकिन बरेली जनपद की बहेड़ी तहसील के चचेट गांव निवासी नवाब राशिद खां ने घर बनाने को पेड़ नहीं काटा।
बरेली में अनोखा घर : नवाब राशिद ने घर बनाने को नहीं काटा पेड़, 80 वर्ष पुराने पाकड़ के पेड़ पर खूबसूरत ट्री हाउस, आप भी देखें फोटो...
Aug 12, 2024 03:10
Aug 12, 2024 03:10
कुदरत से प्यार करने वाले नवाब राशिद खां ने 80 वर्ष पुराने पाकड़ के पेड़ पर आलीशान आशियाना यानी ट्री हाउस बनाया है। यह दिल बहलाने वाला ‘ट्री हाउस’ ही नहीं, बल्कि एक खूबसूरत आशियाना है। यह उनके पर्यावरण प्रेमी आर्किटेक्ट भतीजे आमिर खां ने डिजाइन किया है। इसकी एक भी टहनी भी नहीं काटी है। आर्किटेक्ट ने अपनी जरूरतों के साथ-साथ पेड़ का भी पूरा ख्याल रखा है। उन्होंने पेड़ की टहनियों के हिसाब से घर डिजाइन किया है। किसी टहनी को सोफे की तरफ यूज किया है, तो किसी को टीवी स्टैंड और वॉशरूम के लिहाज से यह घर पेड़ पर है, लेकिन इसमें किचन, बाथरूम, बेडरूम, डाइनिंग हॉल आदि सुविधाएं हैं। पर्यावरण प्रेमी राशिद खां की कृषि भूमि में करीब एक लाख पेड़ हैं। इसमें उनकी आलीशान कोठी भी है। वह हर दिन लोगों को पौधारोपण के साथ ही पेड़ बचाने के सलाह देते हैं।
घर की सीढ़ियां भी खास
'ट्री हाउस’ के अंदर जाने वाली सीढ़ियां भी खास हैं। इस घर को बनाने में कहीं भी सीमेंट का इस्तेमाल नहीं किया गया। इसे स्टील स्ट्रक्चर, सेल्यूलर और फाइबर शीट से बनाया गया है। नवाब राशिद खां बताते हैं कि इस घर की एक खासियत ये है कि जब तेज हवा चलती है तो ऐसा लगता है कि ये झूल रहा है।
आप भी बना सकते हैं पेड़ पर ट्री हाउस
अपने घर के पेड़ों को काटने के बजाय ट्री हाउस बना सकते हैं। मगर, उस पेड़ को इस तरह से काटना पड़ेगा। जिससे चढ़ने के लिए उसकी डालें ही सीढियों की तरह हमें उपलब्ध हो जाएं। पेड़ों को ऐसे स्थान पर लगाएं, जहां पर थोड़ा सा उसको फैलने के लिए जगह मिल सके। इसके बाद तना चौड़ा हो जाएगा। इसकी डाल जमीन पर उतर कर झोपड़ी की तरह व्यवस्थित हो जाएंगी।
औषधि की तरह काम करता है पाकड़
पाकड़ का पेड़ औषधि का काम करता है। इसके साथ ही पंचवटी यानी वट, पीपल, करील और रसाल भी शामिल है। यह सभी पेड़ पाकड़ मानव शरीर के साथ पर्यावरण के लिए काफी फायदेमंद है। सैकड़ों वर्ष तक जीवित रहने,और किसी भी परिस्थिति में पनपने की क्षमता है। सबसे कम पतझड़ काल, सर्वाधिक पत्तियों के कारण पाकड़ बढ़ती उम्र के साथ आक्सीजन उत्सर्जन बढ़ाता है।
पाकड़ जुझारू पेड़
पेड़ों में पाकड़ को जुझारू पेड़ माना गया है। इसकी शाखा भी पनप जाती है। इसका पेड़ घना होकर शीतल छाया देता है। अधिक उम्र तक जीवित रहने, अधिक पत्तियों और सबसे छोटा पतझड़ काल होने के कारण पाकड़ में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया हमेशा होती है। इसमें आक्सीजन उत्सर्जन अधिक होता है.
आप भी लगाएं पौधे, लेकिन जानें शुभ और अशुभ
लोग घर, और घरों के आस पास कई तरह के पेड़-पौधे लगे होते हैं, लेकिन बहुत से लोगों को इस बात का पता नहीं होता कि घर में या घर के आसपास लगे, ये पेड़ किस तरह की हानि पहुंचा सकता हैं। घर के पास आम का पेड़ होना, अच्छा नहीं है। आम का पेड़ घर के बच्चों पर बुरा असर डालता है। ऐसे पेड़ शौक से,तो कभी न लगाएं, और यदि पहले से मौजूद हो, तो आप यह कर सकते हैं कि इस पेड़ के पास ऐसे पेड़ लगाएं जो शुभ माने जाते हैं। यह शुभ पेड़ नारियल, नीम, अशोक आदि हैं.यह पेड़ आप लगा सकते हैं। इसके साथ ही आम, अशोक, नीम, नारियल, मौलश्री, बेली, चंपा आदि के वृक्ष घर के आस-पास लगाने से शुभ एवं सौभाग्य में वृद्धि होती है।
यह पेड़ हैं अशुभ
घर के पास में इमली,वट, आंवला,पाम, जामुन, सेमल, अनार, केला, नींबू आदि के वृक्ष लगाना शुभ नहीं माना जाता है। इससे संपत्ति और सतंती दोनों नष्ट होते हैं।
जामुन-पीपल के पेड़ से नहीं होता लाभ
घर के दक्षिण-पश्चिम में आम जामुन,और पीपल के वृक्ष शुभ, और लाभप्रद नहीं होते। इस पौधे के कारण दक्षिण-पश्चिम दिशा में निर्मित कमरे में रहने वाले व्यक्ति को भयप्रद स्वप्न,नींद में विघ्न एवं मानसिक अशांति, और तथा धन हानि की संभावना रहती है। घर की दक्षिण दिशा में लगाएं ये पौधे आप घर की दक्षिण दिशा में पौधे लगा रहे हैं, तो गुलमोहर,पाकड़,कटहल के वृक्ष लगाने से अकारण शत्रुता, अर्थनाश, असंतोष व कलह होने की संभावना रहती है। इसलिए यह पेड़ नहीं लगाएं। मगर, इस दिशा में नीम, नारियल,अशोक के वृक्ष लगाना शुभ होता है। घर के परिसर में गुलाब, तुलसी, चमेली, बेला आदि लगाना शुभ होता है। इससे शत्रुनाश, धनसंपदा की वृद्धि व संतति सुख प्राप्त होता है।
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