बांदा जिले में महिला सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल शुरू की गई है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य महिला अपराधों में रोकथाम करना और अपराधियों की पहचान को आसान बनाना है...
यात्री सुरक्षा के लिए बांदा पुलिस अलर्ट : नवरात्र पर शुरू हो रही ई-रिक्शा QR कोड सेवा, नाबालिग चालकों पर लगेगी रोक
Oct 03, 2024 17:06
Oct 03, 2024 17:06
- बांदा में ई-रिक्शे पर लगाए जाएंगे क्यूआर कोड
- महिला सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया कदम
- नवरात्रि के पहले दिन से शुरू हो रही है व्यवस्था
ई-रिक्शा चालक की सभी जानकारी
क्यूआर कोड स्कैन करते ही ई-रिक्शा के चालक और मालिक की जानकारी तुरंत उपलब्ध हो जाएगी। इससे कोई भी यात्री चालक की सभी जानकारी आसानी से देख सकेगा। बांदा के एसपी ने ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर ई-रिक्शा चालकों के साथ बैठक की है और यह प्रक्रिया आज नवरात्रि के पहले दिन से शुरू की गई है।
चोरी और अन्य घटनाओं पर लगेगी रोक
बता दें कि बांदा जिले में हजारों ई-रिक्शा संचालित होते हैं, लेकिन कई बार इनमें से चोरी या अन्य अप्रिय घटनाएं भी सामने आती हैं। ऐसे मामलों को देखते हुए एसपी अंकुर ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह नई पहल शुरू की है। इस पहल से ई-रिक्शा की चोरी या अन्य अपराधों पर रोक लगाने में मदद मिलेगी।
नाबालिग चालकों पर रोक
बांदा पुलिस और परिवहन विभाग मिलकर क्यूआर कोड जारी करेगी, जिसमें प्रत्येक ई-रिक्शा चालक और मालिक की जानकारी सत्यापन के बाद दर्ज की जाएगी। इससे नाबालिगों द्वारा ई-रिक्शा चलाने पर रोक लगाना भी संभव होगा, क्योंकि कई बार नाबालिग दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। यह प्रक्रिया डिजिटल प्लेटफार्म पर ट्रैफिक व्यवस्था को मजबूत करेगी और चालकों को रोजगार में भी सहायता प्रदान करेगी।
सभी ई-रिक्शों पर लगाया जाएगा क्यूआर कोड
एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि ई-रिक्शा कई परिवारों के लिए आजीविका का साधन हैं। इसलिए इस नई पहल का उद्देश्य उन्हें सुरक्षित बनाना और डिजिटल सिस्टम में लाना है। सभी ई-रिक्शा पर फ्री में क्यूआर कोड लगाया जाएगा, जिसमें चालक और मालिक की पूरी जानकारी होगी। इससे महिलाओं और बच्चों के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं की रोकथाम हो सकेगी। वेरिफिकेशन के बाद यह डेटा पैसेंजर की सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा।
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