राकेश टिकैत ने लोगों से आह्वान किया, अगर बुंदेलखंड के किसानों का विकास करना है तो अलग बुंदेलखंड राज्य बनाना होगा। उन्होंने जनता का आह्वान करते हुए कहा कि अलग राज्य बनाने के लिए आपको आंदोलन करना होगा।
Chitrakoot News : राकेश टिकैत ने उठाई अलग बुंदेलखंड राज्य की मांग, भाकियू नेता बोले- क्षेत्र के किसानों के विकास के लिए अलग राज्य जरूरी
![राकेश टिकैत ने उठाई अलग बुंदेलखंड राज्य की मांग, भाकियू नेता बोले- क्षेत्र के किसानों के विकास के लिए अलग राज्य जरूरी](https://image.uttarpradeshtimes.com/rakesh-tikait-38338.jpg)
Dec 25, 2023 18:23
Dec 25, 2023 18:23
अलग बुंदेलखंड की मांग को उठाया
राकेश टिकैत ने कहा कि चुनाव आते ही किसानों को भ्रमित करने के लिए सरकार नए-नए संगठन बनाने की पॉलिसी ला रही है। लेकिन उनका मानना है कि अगर बुंदेलखंड के किसानों का विकास करना है तो अलग बुंदेलखंड राज्य बनाना होगा। उन्होंने जनता का आह्वान करते हुए कहा कि अलग राज्य बनाने के लिए आपको आंदोलन करना होगा।
‘सरकार जाति में वोट तलाश रही है’
उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ की मिमिक्री विवाद पर टिकैत ने कहा कि मिमिक्री जाति की नहीं होती, हां व्यक्ति की मिमिक्री की जा सकती है। मिमिक्री पर जाट समाज के नाराज होने की बात पर उन्होंने कहा कि कोई भी जाट नाराज नहीं है। अगर उपराष्ट्रपति की मिमिक्री हुई है तो उसके लिए कानून है और कानून अपना काम करेगा। एक जाति को टारगेट कर यह काम करना यह गलत है। इसका अर्थ यह है कि सरकार उस जाति में वोट तलाश रही है। उसे उपराष्ट्रपति से कितना वोट मिल सकता हैं।
खेल का राजनीतिकरण का आरोप
कुश्ती महासंघ विवाद पर बोलते हुए टिकैत ने कहा कि ओलंपिक में खेल चुके पहलवानों का छह महीने आंदोलन चला। उसकी कोई जांच नहीं हुई, क्योंकि जिनके खिलाफ आरोप थे, वह सरकार के लोग थे। महिला पहलवानों ने जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच होनी चाहिए। उन्हें न्याय नहीं मिला, इसलिए उनमें से एक ने संन्यास ले लिया। एक ने नाराजत होकर प्रधानमंत्री के घर के बाहर पदक रख दिया।
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