Hamirpur News : यमुना और बेतवा नदियों के जलस्तर में कमी से बाढ़ का खतरा टला, लोगों ने ली राहत की सांस

यमुना और बेतवा नदियों के जलस्तर में कमी से बाढ़ का खतरा टला, लोगों ने ली राहत की सांस
UPT | बेतवा नदी का थमा हुआ पानी

Sep 16, 2024 17:09

नदियों के जलस्तर में गिरावट के बाद बाढ़ का खतरा समाप्त हो गया है। खतरे के निशान को पार कर चुकी यमुना का पानी अब तेजी से घट रहा है, वहीं बेतवा नदी भी खतरे के निशान तक पहुंचने से पहले ही घट गई

Sep 16, 2024 17:09

Hamirpur News : हमीरपुर में यमुना और बेतवा नदियों के जलस्तर में गिरावट के बाद बाढ़ का खतरा समाप्त हो गया है। खतरे के निशान को पार कर चुकी यमुना का पानी अब तेजी से घट रहा है, वहीं बेतवा नदी भी खतरे के निशान तक पहुंचने से पहले ही घट गई। इस बदलाव से बाढ़ प्रभावित लोगों और प्रशासन ने राहत की सांस ली है।

जिले में बीते दिनों ऊपरी इलाकों में भारी बारिश के कारण यमुना और बेतवा नदियों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा था। बांधों से छोड़े गए पानी के कारण यमुना नदी शुक्रवार को खतरे के निशान को पार कर गई थी और बेतवा भी अपने खतरे के निशान के बेहद करीब पहुंच गई थी। इस वजह से हमीरपुर के कई तटीय इलाकों और बस्तियों में पानी घुस गया था, जिससे लोग घरों को छोड़कर ऊंचाई वाले इलाकों में शरण लेने को मजबूर हो गए थे।

बेतवा का जलस्तर 102.010 मीटर पर पहुंच गया
बीती रात से यमुना और बेतवा नदियों के जलस्तर में तेजी से गिरावट शुरू हो गई है। अब दोनों नदियां प्रति घंटे चार सेंटीमीटर की दर से घट रही हैं, जिससे बाढ़ का खतरा टल गया है। यमुना फिलहाल 102.670 मीटर पर बह रही है, जबकि बेतवा का जलस्तर 102.010 मीटर पर पहुंच गया है। इससे प्रशासन और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है।

जिले में अब तक 890.6 एमएम बारिश हो चुकी है
मौदहा बांध के अधिशाषी अभियंता करनपाल गंगवार ने जानकारी दी कि हमीरपुर में एक माह के अंतराल में यह दूसरी बार है जब बाढ़ का खतरा टल गया है। मौदहा बांध का जलस्तर वर्तमान में 146.72 मीटर पर है, जबकि इसकी क्षमता 163.60 मीटर है। जिले में अब तक 890.6 एमएम बारिश हो चुकी है।

धौलपुर और माताटीला बांध से पानी छोड़ा गया था
ऊपरी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण धौलपुर और माताटीला बांध से पानी छोड़ा गया था, जिससे यमुना और बेतवा नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया था। शुक्रवार को यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर गई थी, जिससे कुछ गांव और बस्तियां प्रभावित हुईं थीं। लेकिन अब जलस्तर में गिरावट आने से स्थिति सामान्य हो रही है और लोग अपने घरों को लौटने लगे हैं।

प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में सतर्कता बनाए रखी है और ग्रामीणों को हरसंभव सहायता पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी हैं, और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।

Also Read

चार साल से जमीन विवाद में फंसे व्यक्ति ने सुनाई आपबीती, चक्कर लगाने के बावजूद कहीं सुनवाई नहीं

14 Oct 2024 07:42 PM

चित्रकूट जिलाधिकारी से लगाई न्याय की गुहार : चार साल से जमीन विवाद में फंसे व्यक्ति ने सुनाई आपबीती, चक्कर लगाने के बावजूद कहीं सुनवाई नहीं

चित्रकूट जिले के मऊ तहसील के ग्राम पंचायत उपरौली निवासी सत्यराम पिछले चार सालों से जमीनी विवाद में उलझे हुए हैं। वे लगातार तहसील और थानों के चक्कर काटते आ रहे हैं, लेकिन अब तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हो पाई है। और पढ़ें