बहराइच के महसी महराजगंज में दुर्गा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे है। हिंसा के बाद इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है।
बहराइच हिंसा : पुलिस लाठीचार्ज पर उठ रहे सवाल, लखनऊ से बुलाई गई RAF और PAC
Oct 15, 2024 12:37
Oct 15, 2024 12:37
पुलिस के लाठीचार्ज पर उठ रहे सवाल
रामगोपाल के परिवार का कहना है कि यह पहली बार नहीं हुआ। हर साल मूर्ति विसर्जन होता है। इसके लिए उचित व्यवस्था करना पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी थी। अगर पहले से उचित व्यवस्था की गई होती तो इस घटना को रोका जा सकता था। परिवार का कहना है कि दोनों पक्षों को समझाना पुलिस की जिम्मेदारी थी लेकिन पुलिस ने अपने बल पर गुस्साए लोगों पर लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया। पुलिस ने श्रद्धालुओं पर भी लाठीचार्ज किया। परिवार का कहना है कि अगर जुलूस में तैनात पुलिसकर्मी उस समय अपनी ड्यूटी निभाते जब दोनों पक्षों के बीच बहस शुरू हुई तो यह नौबत नहीं आती।
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पीस कमेटी ने भी उठाए सवाल
पीस कमेटी की बैठक में पुलिस की कार्यशैली को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। पीस कमेटी का कहना है कि विसर्जन के दौरान पुलिस ने उचित व्यवस्था क्यों नहीं की। पुलिस ने एक ही पक्ष पर लाठीचार्ज क्यों किया? हत्या के मामले में कोई कार्रवाई क्यों नहीं की।
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लखनऊ से आरएएफ और पीएसी बुलाई
घटना के बाद पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है। जिले में इंटरनेट सुविधा बंद कर दी गई है। दंगा नियंत्रित होने के बाद ज्यादातर लोग अपने घरों में ही कैद हैं। लोग मीडिया से खुलकर बात नहीं कर रहे हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है। लखनऊ से आरएएफ के पांच ट्रक और पीएसी के करीब 13 ट्रक और बसें भेजी गई हैं। वे इलाके में हालात पर काबू पा रहे हैं।
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