बहराइच हिंसा : प्रशासन की तैनाती के बीच हुआ रामगोपाल का अंतिम संस्कार, विधायक सुरेश्वर सिंह ने पुलिस पर लगाए पक्षपात के आरोप

प्रशासन की तैनाती के बीच हुआ रामगोपाल का अंतिम संस्कार, विधायक सुरेश्वर सिंह ने पुलिस पर लगाए पक्षपात के आरोप
UPT | बहराइच हिंसा

Oct 16, 2024 00:14

बहराइच जिले के महसी महराजगंज में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के बाद प्रशासनिक तैनाती कड़ी कर दी गई है। इस विवाद में मारे गए रामगोपाल का परिवार हिंसा और अन्याय का शिकार...

Oct 16, 2024 00:14

Bahraich News : बहराइच जिले के महसी महराजगंज में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के बाद प्रशासनिक तैनाती कड़ी कर दी गई है। इस विवाद में मारे गए रामगोपाल का परिवार हिंसा और अन्याय का शिकार होने के बाद गहरे शोक में है। परिवार ने प्रशासनिक हस्तक्षेप और आश्वासन के बाद आखिरकार रामगोपाल का अंतिम संस्कार कर दिया। अंतिम संस्कार में महसी के विधायक सुरेश्वर सिंह भी शामिल हुए और मीडिया से बात करते हुए उन्होंने घटना की गंभीरता और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए।



विसर्जन यात्रा के दौरान हुआ विवाद
विधायक सुरेश्वर सिंह ने बताया कि दुर्गा प्रतिमा की विसर्जन यात्रा के दौरान डीजे पर संगीत बज रहा था, तभी एक व्यक्ति ने आकर डीजे की लीड निकाल दी। जिससे तनाव फैल गया। विधायक ने बताया कि जिस व्यक्ति ने डीजे की लीड निकाली, उसी ने विवाद की शुरुआत की थी। विधायक ने पुलिस पर आरोप लगाया कि इस घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय हिंदू समुदाय पर लाठीचार्ज किया। उन्होंने कहा, "डीजे बंद कराने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया गया लेकिन पुलिस ने निर्दोष लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया।"

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घर में घसीटकर मारा- विधायक
विधायक ने घटना का विवरण देते हुए कहा कि डीजे बंद कराने के बाद मोहम्मद हमीद के बेटे ने रामगोपाल को उसके घर से बाहर घसीटते हुए गोली मारी। विधायक ने आरोप लगाया कि रामगोपाल के साथ क्रूरता की हदें पार करते हुए उसके पैरों के नाखून तक उखाड़ दिए गए। विधायक ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में ढिलाई बरती और रामगोपाल के शव को उसके भाई को खुद अपने जोखिम पर लाना पड़ा।

विधायक ने पुलिस पर लगाए आरोप
अंतिम संस्कार के दौरान विधायक सुरेश्वर सिंह ने पुलिस पर कार्रवाई में पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन को दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा, "इस मामले में जो भी दोषी हैं। उन्हें छोड़ा नहीं जाना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी स्पष्ट किया है कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा।" इसके साथ ही विधायक ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए संबंधित इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्ज को निलंबित करने का आदेश दिया है। 

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर की तैनाती
हिंसा के मामले में कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश और गृह विभाग के सचिव संजीव गुप्ता को बहराइच भेजा गया। दोनों अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया और हिंसा में शामिल होने के संदेह में 30 लोगों को हिरासत में लिया। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के पहुंचने के बाद से ही स्थिति को काबू में लाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं और सभी स्तर पर शांति बहाल करने की कोशिशें की जा रही हैं।

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