गोंडा जिले के मोतीगंज थाना क्षेत्र में स्थित बजाज हिंदुस्तान शुगर लिमिटेड की कुंदरखी चीनी मिल ने किसानों का 110 करोड़ रुपये का गन्ना भुगतान रोक रखा है। एक साल बीत जाने के बावजूद किसानों को उनका बकाया नहीं मिला है, जिससे...
Gonda News : बजाज चीनी मिल पर 110 करोड़ बकाया, गन्ना भुगतान न मिलने से संकट में किसान...
Nov 01, 2024 12:23
Nov 01, 2024 12:23
किसानों की आर्थिक स्थिति बदहाल
किसानों ने बताया कि पिछले सात सालों में मिल द्वारा भुगतान में देरी आम बात हो गई है। जिसके चलते वे अब भुगतान की मांग को लेकर सरकार से कार्रवाई की गुहार लगा रहे हैं। इस स्थिति से परेशान होकर हजारों किसान इस बार बजाज चीनी मिल को अपना गन्ना नहीं देने का निर्णय ले रहे हैं। सरकार से मांग कर रहे हैं कि उन्हें अपने गन्ने को दूसरी चीनी मिलों में बेचने की अनुमति दी जाए, लेकिन मिल द्वारा ऐसा करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। किसानों का कहना है कि उन्होंने गन्ना इस उम्मीद में दिया था कि उन्हें समय पर भुगतान मिलेगा, जिससे वे अपनी बेटियों की शादी और बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठा सकें। अब कई किसान बैंकों से लाखों रुपये का कर्ज ले चुके हैं, जिससे उनका आर्थिक बोझ और बढ़ गया है।
ये हैं किसानों के आरोप
किसान दिलीप मिश्रा, तेज बहादुर मिश्रा, नरसिंह बहादुर, राम केवल यादव, रामदुलारे ने बताया कि बजाज चीनी मिल की मनमानी के चलते उनका भुगतान तीन-तीन साल तक नहीं होता है। आरोप लगाया कि मिल किसानों का शोषण कर रही है। गन्ना भुगतान नहीं किया जा रहा है। हम लोग किसी तरीके से अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे हैं। चीनी मिल केवल किसानों का खून चूस रही है। जब हम लोग गन्ना भुगतान की मांग करते हैं तो मिल की ओर से कोई जवाब नहीं दिया जाता है।
कड़े कदम उठाने पर विचार
गोंडा समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेश दीक्षित ने भी मिल के खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होंनूे आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों के साथ अत्याचार किया जा रहा है। किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा हे। वे अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं। लेकिन, समाधान नहीं हो रहा है। किसानों का कहना है कि अगर जल्द ही उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उन्हें और भी कड़े कदम उठाने पड़ेंगे।
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