साकेत मिश्रा का प्रोफ़ाइल बेहद शानदार है। साकेत को 1994 में भारतीय पुलिस सेवा (यूपी कैडर) के लिए चुना गया था, लेकिन उन्होंने नौकरी छोड़ दी। उन्होंने निवेश बैंकिंग में अपना करियर...
यूपी की श्रावस्ती सीट से साकेत मिश्रा को भाजपा का टिकट : पिता नामचीन आईएएस थे, खुद आईपीएस की नौकरी छोड़ी, सेंट स्टीफन, आईआईएम, हॉर्वर्ड और लंदन से पढ़े
Mar 02, 2024 20:36
Mar 02, 2024 20:36
- साकेत मिश्रा देश के टॉप रैंकिंग सेंट स्टीफन कॉलेज से ग्रेजुएट हैं।
- स्कूलों और कॉलेजों में बोलने के अलावा वह भारतीय कॉर्पोरेट मामलों के संस्थान में सहायक संकाय के रूप में कार्य करते हैं।
देश और दुनिया के टॉप संस्थानों में काम किया
साकेत मिश्रा का प्रोफ़ाइल बेहद शानदार है। साकेत को 1994 में भारतीय पुलिस सेवा (यूपी कैडर) के लिए चुना गया था, लेकिन उन्होंने नौकरी छोड़ दी। उन्होंने निवेश बैंकिंग में अपना करियर बनाया। 1994 में भारतीय पुलिस सेवा से बाहर निकलने के बाद साकेत ने डॉयचे बैंक के साथ अपने निवेश बैंकिंग करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधन भूमिकाओं में भारत, हांगकांग और सिंगापुर में डॉयचे बैंक के साथ काम किया है। इसके बाद वह रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड में शामिल हो गए। प्रबंध निदेशक के रूप में एशिया-प्रशांत के कई देशों में जिम्मेदारियां संभालीं। इसके बाद साकेत भारत लौट आए और एक एनबीएफसी के सीईओ बन गए थे।
टॉप एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स के एलुमनाई
साकेत मिश्रा देश के टॉप रैंकिंग सेंट स्टीफन कॉलेज से ग्रेजुएट हैं। इसके बाद लंदन स्कूल ऑफ बिजनेस और हार्वर्ड से पढ़ाई की है। साकेत मिश्रा कहते हैं कि उन्हें हमेशा से भारत के युवाओं का मार्गदर्शन करने का शौक रहा है। स्कूलों और कॉलेजों में बोलने के अलावा वह भारतीय कॉर्पोरेट मामलों के संस्थान में सहायक संकाय के रूप में कार्य करते हैं। उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल विकास बोर्ड में 2019 से काम कर रहे हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश के समग्र विकास के लिए विचार-विमर्श कर्त रहते हैं। साकेत को पूर्वांचल विकास बोर्ड का सलाहकार नियुक्त किया गया था। उन्होंने पूर्वी उत्तर प्रदेश की यात्रा की। लोगों के साथ जमीनी स्तर पर बातचीत से जानकारियां हासिल कीं। अपने अंतर्राष्ट्रीय अनुभव और पूरे पूर्वांचल में अपने अध्ययन को मिलाकर उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के लिए एक नीति प्रस्ताव तैयार किया।
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