श्रावस्ती में जहां नीति आयोग के अनुसार स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा जीरो पायदान पर हैं, वहीं स्वास्थ्य विभाग के अथक प्रयास के बाद श्रावस्ती की स्वास्थ्य सेवाएं अब सुधरने लगी हैं। अति पिछड़े जिलों में शुमार श्रावस्ती की स्वास्थ्य सेवाएं काफी जर्जर थीं। जिसके कारण यह जिला प्रदेश में 73वें स्थान पर था। लेकिन अब...
रंग लाई मेहनत : श्रावस्ती की स्वास्थ्य सेवाएं हुईं बेहतर, 73वें से सीधे 6वें स्थान पर लगाई छलांग
Feb 05, 2024 16:13
Feb 05, 2024 16:13
स्वास्थ्य सेवा हुई बेहतर
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश का श्रावस्ती जनपद भारत-नेपाल सीमा से लगा हुआ एक छोटा सा जिला है। जो नीति आयोग के अनुसार अति पिछड़े जिलों में शुमार होता है। यहां की स्वास्थ्य और शिक्षा की सेवाएं दोनों ही काफी जर्जर हैं। जिसके चलते श्रावस्ती की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदेश में 73वें स्थान पर थी, लेकिन यहां के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एपी सिंह की कड़ी मेहनत के बाद यहां की स्वास्थ्य सेवाएं दिन पर दिन सुधरने लगी हैं। साथ ही अस्पतालों में मरीजों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। वहीं श्रावस्ती अब तक प्रदेश में 73वें स्थान पर आता था, लेकिन अब यह जनपद छठवें स्थान पर पहुंच चुका है। कहीं ना कहीं जो स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर श्रावस्ती पर कलंक लगा हुआ था, वह एक दिन खत्म हो जाएगा। जनपद की स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होकर छठवें स्थान पर पहुंचने के बाद श्रावस्ती के स्वास्थ्य महकमे के काफी खुशी देखने को मिल रही है।
Also Read
22 Nov 2024 07:20 PM
बलरामपुर जिले में गेंदा फूल, केला, मसूर दाल और तिन्नी का चावल अब देशभर में अपनी विशेष पहचान बनाने जा रहे हैं। एक जिला एक उत्पाद योजना के अंतर्गत इन कृषि उत्पादों का चयन किया गया है... और पढ़ें