यूपी के श्रावस्ती में एक कबाड़ी से मदरसा संचालक और फिर नकली नोटों के सौदागर बने नूरी बाबा की जांच अब एसआईटी (स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम) द्वारा की जाएगी...
कबाड़ी से मौलाना बने नूरी बाबा की जांच करेगी एसआईटी : मदरसे की आड़ में चला रहा था नकली नोट का धंधा
Jan 07, 2025 20:17
Jan 07, 2025 20:17
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नेपाल कनेक्शन की जांच
नकली नोटों के धंधे में लिप्त आरोपी मुबारक उर्फ नूरी बाबा के नेपाल कनेक्शन की जांच अब तेज़ी से चल रही है। इसके लिए पुलिस और खुफिया एजेंसियों का पूरा तंत्र सक्रिय है और इस मामले की निगरानी स्वयं एसपी द्वारा की जा रही है। नूरी बाबा जो लक्ष्मनपुर में एक सामान्य व्यक्ति के रूप में रहता था। जानकारी मिल रही है कि वह सटे हुए मदरसे में बाहरी लोगों का आना-जाना अक्सर देखता था, जिनमें नेपाली युवक और युवतियां भी शामिल होते थे। ग्रामीणों का कहना है कि बाबा नेपाल अक्सर जाता था और वहां से युवतियों को झाड़-फूंक के बहाने मदरसे में रोकता था, बाद में उन्हें किसी अन्य स्थान पर भेज दिया करता था। इसके अलावा, नूरी बाबा नेपाल क्षेत्र से मदरसे के लिए चंदा मांगने भी जाता था।
नूरी बाबा के बारे में ग्रामीणों को थी जानकारी
मुबारक अली उर्फ नूरी बाबा की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में स्थानीय ग्रामीणों को जानकारी थी, लेकिन किसी ने भी खुलकर विरोध नहीं किया। नूरी बाबा अपने तंत्र-मंत्र के जरिए या फिर अपनी कथित ऊंची पहुंच का रौब दिखाकर ग्रामीणों को डराता था, जिससे लोग उसकी गतिविधियों को नजरअंदाज करते रहे। अब, पुलिस पूरी तरह से ऐक्शन में आ चुकी है और नूरी बाबा के सभी कनेक्शनों की जांच की जा रही है। खुफिया तंत्र को भी सक्रिय किया गया है ताकि इस मामले में पूरी जानकारी हासिल की जा सके और नूरी बाबा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।
यह है पूरा मामला
श्रावस्ती जिले में एक मदरसे में नकली नोट छापने का मामला गुरुवार को सामने आया। पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए मदरसा प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया, जो लंबे समय से मदरसे में नकली नोट छाप रहा था। इस प्रबंधक की पांच पत्नियां हैं, जिनमें से एक मदरसा टीचर है। वह अपनी पत्नियों को नकली नोटों को वितरित करने के लिए इस्तेमाल करता था, जिन्हें फिर वह आसपास के शहरों और बाजारों में चलाता था। बुधवार को पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने इस गिरोह का भंडाफोड़ किया।