गोंडा जिले के इटियाथोक थाना क्षेत्र के करुवापारा गांव के 10 युवाओं का यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में चयन हुआ है। अब ये युवा दौड़ और मेडिकल परीक्षण के अगले चरण में शामिल होंगे। गांव में खुशी का माहौल है।
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा : गोंडा के करुवापारा गांव के 10 युवक चयनित, अब अगले चरण की दौड़ और मेडिकल टेस्ट में लेंगे हिस्सा
Nov 22, 2024 17:41
Nov 22, 2024 17:41
एक ही गांव के 10 परीक्षार्थियों का लिखित परीक्षा में चयन
चयनित परीक्षार्थियों में अमन पांडेय, शिवम ओझा, सुधीर पांडेय, आलोक मिश्रा, प्रवेश पांडेय, नवनीत कुमार तिवारी, हरिओम मिश्रा, विवेक पांडेय, शिवपूजन सैनी और अनामिका देवी का नाम शामिल है। इन सभी युवाओं ने इंटरमीडिएट और स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा की तैयारी शुरू की थी। इन युवाओं ने लखीमपुर खीरी, बहराइच, बाराबंकी और लखनऊ जैसे विभिन्न स्थानों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यूपी पुलिस परीक्षा दी थी। उनकी मेहनत का फल उन्हें अब मिल रहा है।
भाजपा विधायक ने सभी परीक्षार्थियों को दी बधाई
स्थानीय भाजपा विधायक विनय कुमार द्विवेदी उर्फ मुन्ना भैया ने सभी चयनित परीक्षार्थियों को बधाई दी और उनसे उम्मीद जताई कि वे दौड़ और मेडिकल परीक्षण में भी सफलता प्राप्त करेंगे और करुवापारा गांव का नाम रोशन करेंगे। विधायक ने यह भी कहा कि इन युवाओं की सफलता गांव के अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
चयनित परीक्षार्थियों के परिवारों की संघर्षपूर्ण कहानी
करुवापारा गांव के चयनित परीक्षार्थियों के परिवारों की स्थिति भी संघर्षपूर्ण रही है। अमन पांडेय के पिता मनीराम पांडेय मेहनत-मजदूरी करके अपने बेटे को पढ़ा रहे थे और अमन पांडे खुद भी रोडवेज में आउटसोर्स के माध्यम से कंडक्टर के पद पर कार्य कर चुके हैं। वहीं शिवम ओझा के पिता अलख राम कीर्तन मंडली में हार्मोनियम बजाकर परिवार का पालन-पोषण करते हैं। शिवम ओझा इलाहाबाद में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे।
ड्राइवर, लकड़ी कारोबारी और किसान के बेटों का चयन
आलोक मिश्रा के पिता डायल 112 में ड्राइवर हैं और आलोक मिश्रा परिवार में तीसरे नंबर पर हैं। सुधीर पांडेय के पिता कृषि कार्य करते हैं, जबकि उनके भाई सुनील पांडेय लकड़ी के कारोबारी हैं। प्रवेश पांडेय के पिता राजकुमार पांडेय बलरामपुर चीनी मिल से रिटायर हो चुके हैं और प्रवेश प्रयागराज में रहकर परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। नवनीत कुमार तिवारी के पिता विजय प्रकाश तिवारी खेती करते हैं, और नवनीत भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रयागराज में रह रहे थे। हरिओम मिश्रा के पिता रमाशंकर मिश्रा चंडीगढ़ में टैक्सी चला कर अपने बेटे को पढ़ा रहे हैं।
बिहार शिक्षक भर्ती में भी अनामिका का हो चुका चयन
इसके अलावा, अनामिका द्विवेदी का हाल ही में बिहार शिक्षक भर्ती में चयन हुआ है और अब यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में भी उनका चयन हुआ है। अनामिका के पिता कृष्ण कुमार दुबे लकड़ी के कारोबार से परिवार का पालन करते हैं। विवेक पांडेय और शिवपूजन सैनी का भी यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में चयन हुआ है। इन दोनों के पिता भी कठिन परिस्थितियों में अपने बच्चों को पढ़ा रहे थे।
समाज में बदलाव की उम्मीद
इन 10 युवाओं के चयन से करुवापारा गांव में न केवल खुशी का माहौल है, बल्कि यह सफलता युवाओं के लिए एक प्रेरणा का स्रोत भी बन चुकी है। इन युवाओं ने यह साबित कर दिया है कि मेहनत और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों। इनकी सफलता से अन्य युवाओं को भी यह सीख मिलेगी कि यदि सही दिशा में प्रयास किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है। अब इन सभी युवाओं का अगला लक्ष्य दौड़ और मेडिकल परीक्षण में सफलता प्राप्त करना है। यदि वे इन दो चरणों को भी पार कर लेते हैं, तो यह केवल उनके लिए बल्कि पूरे गांव के लिए गर्व का विषय होगा।
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