रेलवे अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज में बदलने की तैयारी : गोरखपुर का ललित नारायण मिश्र अस्पताल भी शामिल, रेलवे बोर्ड ने कमेटी बनाई

गोरखपुर का ललित नारायण मिश्र अस्पताल भी शामिल, रेलवे बोर्ड ने कमेटी बनाई
UPT | ललित नारायण मिश्र अस्पताल

Oct 01, 2024 14:04

ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे चिकित्सालय समेत 10 रेलवे अस्पताल मेडिकल कॉलेज बनाए जाने की कवायद शुरू हो गई है। एनईआर समेत 9 जोन के 10 बड़े रेल अस्पतालों को चयनित कर रेलवे बोर्ड ने कमेटी गठित कर दी है।

Oct 01, 2024 14:04

Short Highlights
  • नौ जोन के 10 प्रमुख रेल अस्पतालों का चयन
  • भारतीय रेलवे स्तर पर चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने की योजना
  • रेलवे के अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी होगी दूर
Railway Hospital News : गोरखपुर के ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे चिकित्सालय समेत 10 रेलवे अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज में बदलने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। रेलवे बोर्ड ने एनईआर सहित नौ जोन के 10 प्रमुख रेल अस्पतालों का चयन किया है और इस संबंध में एक समिति का गठन किया है। यह समिति अगले तीन महीनों में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इस बीच, बोर्ड ने सभी 10 बड़े अस्पतालों से उनके वर्तमान संसाधनों की विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है।

कमेटी ने तैयार की रिपोर्ट
रेलवे बोर्ड ने बड़ा फैसला लेते हुए दो दिन पहले पत्र जारी कर सीएमडी नार्दर्न के नेतृत्व में पीसीएमडी, एनआरसीए और ईडी हेल्ड की कमेटी बना दी है। यह कमेटी सभी पहलुओं पर रिपोर्ट तैयार कर अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज में बदलने के लिए नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) में आवेदन करेगी। रेल मंत्रालय ने भारतीय रेलवे स्तर पर चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने की योजना तैयार की है, ताकि बदहाल हो रहे केंद्रीय रेलवे अस्पतालों की चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके।

अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था और बेहतर 
चिकित्सा की पढ़ाई शुरू होने से रेलवे के अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था और बेहतर व मजबूत होगी। फिलहाल, पर्याप्त सुविधा और संसाधन के बाद भी अस्पताल रेफरल बनते जा रहे हैं और लाख प्रयास के बाद भी रेलवे को चिकित्सक नहीं मिल रहे। इस बदलाव से रेलवे के अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी दूर होने की उम्मीद है।

रोजाना 800 से अधिक की ओपीडी
ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 800 से अधिक मरीज पहुंचते हैं। इसके साथ ही रोजाना 30 से 35 मरीज इनडोर में भी आते हैं। इसमें से गंभीर मरीजों को रेफर कर दिया जाता है जबकि अन्य का इलाज यहीं होता है।

गोरखपुर रेलवे अस्पताल
ललित नारायण मिश्र रेलवे अस्पताल, जो 1930 में स्थापित हुआ, साढ़े तीन एकड़ में फैला हुआ है और इसमें 366 बेड की सुविधा उपलब्ध है। अस्पताल में आइसीसीयू, सर्जिकल आइसीयू, इमरजेंसी और डायलिसिस जैसी महत्वपूर्ण सुविधाएं मौजूद हैं। इसके अलावा, ओपीडी, रेडियोलॉजी, फिजियोथेरेपी और ऑर्थोपेडिक्स की सेवाएं भी प्रदान की जाती हैं। यहां दस विशेषज्ञों समेत कुल 36 चिकित्सक और 501 पैरामेडिकल स्टाफ कार्यरत हैं।

मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए इन अस्पतालों का चयन 
रेलवे बोर्ड ने मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए विभिन्न जोन के अस्पतालों का चयन किया है, जिसमें पूर्वोत्तर रेलवे, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, नार्दर्न रेलवे, पूर्व मध्य रेलवे, मध्य रेलवे, सर्दर्न रेलवे, पश्चिम रेलवे, दक्षिण मध्य रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे शामिल हैं। इस चयन के आधार पर एक समिति का गठन किया गया है, जो इन अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज में तब्दील करने की प्रक्रिया की निगरानी करेगी।

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