अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में देवरिया के दो किशोरों को आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने गिरफ्तार किया है। दोनों किशोरों से 12 घंटे तक गहन पूछताछ की गई, जिससे महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है। मामले में जांच जारी है और पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है।
एएमयू को बम से उड़ाने की धमकी का मामला : देवरिया के दो किशोर गिरफ्तार, ATS ने 12 घंटे तक की पूछताछ
Jan 12, 2025 11:58
Jan 12, 2025 11:58
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को मिली थी बम से उड़ाने की धमकी
गुरुवार सुबह, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रशासन को एक धमकी भरा ई-मेल प्राप्त हुआ था जिसमें विश्वविद्यालय को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इस धमकी में आरोपियों ने दो लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी। ई-मेल मिलने के बाद, अलीगढ़ के सिविल लाइंस थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और आरोपियों तक पहुंचने के लिए साइबर ट्रैकिंग की प्रक्रिया शुरू की।
ATS ने शुरू की जांच : देवरिया के तार
जांच के दौरान, पुलिस ने पाया कि धमकी देने वाला ई-मेल और मोबाइल फोन नंबर देवरिया जिले से जुड़े थे। एटीएस की एक टीम देवरिया के उमानगर मोहल्ले में पहुंची और यहां के रहने वाले दो किशोरों को गिरफ्तार किया। इन किशोरों से करीब 12 घंटे तक पूछताछ की गई, जिससे महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुईं।
एक किशोर को हिरासत में लेकर अलीगढ़ पुलिस को सौंप
पुलिस ने इन किशोरों से पूछताछ के दौरान यह पता लगाया कि बम से उड़ाने की धमकी देने के लिए इस्तेमाल किए गए ई-मेल और मोबाइल नंबर एक इंटरमीडिएट के छात्र का था। जब एटीएस टीम ने मामले को और गहरे से जांचा तो पाया कि यह धमकी पूरी तरह से शरारत के तौर पर दी गई थी। हालांकि, पुलिस ने एक किशोर को हिरासत में लिया और उसे अलीगढ़ पुलिस को सौंप दिया।
इस बीच, अलीगढ़ पुलिस ने भी देवरिया पहुंचकर आरोपित किशोर से पूछताछ की और मामले की गंभीरता को समझने की कोशिश की। पुलिस के मुताबिक, दूसरे किशोर को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया, क्योंकि उसकी भूमिका मामले में स्पष्ट नहीं हो पाई।
पुलिस का बयान
अलीगढ़ के एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि, “देवरिया से एक किशोर को गिरफ्तार किया गया है और उसे अलीगढ़ लाया जा रहा है। पूछताछ के बाद इस मामले में स्थिति स्पष्ट होगी।” उन्होंने यह भी बताया कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही इसका खुलासा होगा।
शरारत या गंभीर साजिश?
हालांकि यह मामला शुरुआत में एक शरारत की तरह लगता है, लेकिन जांच के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि इसका उद्देश्य क्या था। पुलिस और एटीएस टीम के प्रयासों से मामले को सुलझाने में मदद मिली है। इस घटना ने एक बार फिर से साइबर सुरक्षा और युवाओं की जिम्मेदारी की अहमियत को सामने लाया है, खासकर जब बात किसी महत्वपूर्ण संस्थान की होती है। पुलिस अब इस मामले में पूरी जांच को और गहरा कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस धमकी के पीछे कौन से असल कारण थे और क्या यह केवल शरारत थी या फिर इसके कुछ और गंभीर उद्देश्य थे।
Also Read
13 Jan 2025 04:38 PM
महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन वैज्ञानिक सत्रों में विशेषज्ञों ने आयुर्वेद और योग की धरोहर को आगे बढ़ाने में नाथपंथ की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। इजराइल की अनत लेविन ने प्रसूति संबंधी बीमारियों में आयुर्वेद की प्रभावशीलता को सा... और पढ़ें