बड़ा खुलासा : आधे शहरी भर रहे टैक्स, आधे की मौज, हर साल 27 करोड़ रुपये राजस्व का नुकसान उठा रही देवरिया की नगर पालिका, आखिर किसकी है लापरवाही...

आधे शहरी भर रहे टैक्स, आधे की मौज, हर साल 27 करोड़ रुपये राजस्व का नुकसान उठा रही देवरिया की नगर पालिका, आखिर किसकी है लापरवाही...
UPT | नगर पालिका परिषद देवरिया।

Feb 22, 2024 18:42

नगर पालिका की तंगहाली यूं ही नहीं है। यहां तो आधे शहरी टैक्स भर रहे हैं तो आधे बिना टैक्स दिए सुविधाओं की मौज उड़ा रहे हैं। इससे नगर पालिका को सालाना करीब 27 करोड़ रुपये राजस्व का नुकसान हो रहा है।

Feb 22, 2024 18:42

Short Highlights
  • जीआईएस सर्वे के अनुसार शहर के पुराने वार्डों में बने हैं 42 हजार मकान
  • सिर्फ 21 हजार भवनों से नगर पालिका वसूल पा रही गृहकर-जलकर
  • कर निर्धारण अधिकारी ने चार राजस्व निरीक्षकों से किया जवाब-तलब
  • तीन दिन के भीतर जवाब न देने पर शासन को लिखेंगी पत्र
Deoria News (बैकुंठ नाथ शुक्ल) : करीब एक माह पहले की बात है। टूटी नाली का निर्माण न हो पाने के कारण राघव नगर मोहल्ले के लोगों ने सड़क पर भिक्षाटन किया था। लोगों का कहना था कि नगर पालिका नाली निर्माण में बजट की कमी बता रही है। अलीनगर, रामनाथ देवरिया समेत कई मोहल्ले हैं जहां सड़क-नाली का निर्माण लोगों ने चंदे के पैसे से कराया है। 

नगर पालिका की तंगहाली यूं ही नहीं है। यहां तो आधे शहरी टैक्स भर रहे हैं तो आधे बिना टैक्स दिए सुविधाओं की मौज उड़ा रहे हैं। इससे नगर पालिका को सालाना करीब 27 करोड़ रुपये राजस्व का नुकसान हो रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि जो लोग गृहकर-जलकर जमा नहीं कर रहे उन्हें प्रेरित करने कोई कर्मचारी घर तक नहीं जा रहा। नगर पालिका में लापरवाही की कहानी बयां कर रही है चार राजस्व निरीक्षकों को कर निर्धारण अधिकारी की ओर से जारी यह नोटिस।

21 हजार भवनों से नहीं लिया जा रहा गृहकर-जलकर
जीआईएस सर्वे के आंकड़ों के अनुसार शहर के पुराने 25 वार्डों में लगभग 42 हजार भवन हैं। जिसमें करीब 21 हजार भवनों से ही नगर पालिका गृहकर-जलकर वसूल रही है। जिससे पालिका को सालाना करीब 27 करोड़ की आमदनी होती है।

जो भवन टैक्स के दायरे में उनसे भी नहीं हो पा रही वसूली
शहर में जिन 21 हजार भवन स्वामियों का कर निर्धारण हुआ है, उनसे भी नगर पालिका के कर्मचारी समय पर टैक्स नहीं वसूल पा रहे। कर निर्धारण अधिकारी शशिकला ने बताया कि फरवरी माह          तक टैक्स की वसूली 90 प्रतिशत हो जानी चाहिए। जबकि अभी तक 50 प्रतिशत भी वसूली नहीं हो पाई है। 

ऐसे होता है भवन का कर निर्धारण
भवन स्वामी को कर निर्धारण के लिए जमीन का बैनामा पेपर या इंतखाप, नियत प्राधिकारी कार्यालय की ओर से जारी भवन के नक्शा की छायाप्रति, बिजली बिल संलग्न कर आवेदन फार्म के साथ नगर पालिका के कर अनुभाग में जमा करना होता है। इसके बाद डिमांड लिपिक सक्षम अधिकारी से आदेश कराकर स्थलीय आख्या अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। इसके उपरांत भवन स्वामी की ओर से प्रपत्र क भरकर जमा किया जाएगा। सक्षम अधिकारी के हस्ताक्षर के बाद भवन का कर निर्धारण हो जाएगा।

कर निर्धारण नहीं कराने वालों को भरना होगा सरचार्ज
कर निर्धारण अधिकारी शशिकला ने बताया कि जो भवन स्वामी लंबे समय से गृहकर-जलकर जमा नहीं कर रहे हैं उन्हें भवन निर्माण से लेकर अबतक का बकाया जोड़ते हुए 10 प्रतिशत सरचार्ज जमा करना होगा। नगर पालिका के कर्मचारी  प्रपत्र ख भरकर भवन स्वामी को नोटिस भेजेंगे। 15 दिन के भीतर आपत्ति नहीं आने पर पालिका की ओर से कर निर्धारण कर दिया जाएगा।

क्या कहा कर निर्धारण अधिकारी ने
नगर पालिका परिषद देवरिया की कर निर्धारण अधिकारी ने कहा कि शहर के पुराने वार्डों में शेष बचे 21 हजार भवनों पर कर निर्धारण के लिए मैं लगातार तीन वर्षों से मौखिक व लिखित रूप से राजस्व निरीक्षकों को निर्देशित करती आ रही हूं। इनकी लापरवाही के चलते पालिका को भारी राजस्व की क्षति हो रही है। चारों राजस्व निरीक्षकों से तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। संतोषजनक जवाब नहीं आने पर कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखूंगी।

Also Read

आकाशीय बिजली गिरने से भाई की मौत, बहन घायल

7 Jul 2024 07:30 PM

गोरखपुर Gorakhpur News : आकाशीय बिजली गिरने से भाई की मौत, बहन घायल

गोरखपुर के गोला थाना क्षेत्र के चिलवा निवासी अश्वनी पाल पुत्र नरेन्द्र पाल (उम्र 15 वर्ष) के ऊपर आकाशीय... और पढ़ें