खुद की कमियों से लाचार है देवरिया की नगर पालिका : ठंडे बस्ते में है ये नियमावली, अमल हो तो बदल जाएगी शहर की सूरत

ठंडे बस्ते में है ये नियमावली, अमल हो तो बदल जाएगी शहर की सूरत
UPT | देवरिया का हाल।

Mar 05, 2024 16:49

कूड़ा निस्तारण को लेकर नगर पालिका की बदइंतजामी खुद के कायदे-कानून पर भारी पड़ रही है। शहर को चमकाने का जो प्लान पांच साल पहले बनाया गया उसे अमल में लाते ही जिम्मेदारों की फजीहत हो जाती है। हम बात कर रहे हैं विविधकर (शुल्क) नियमावली 2018 की। इसमें गंदगी फैलाने व सड़क पर मलवा रखने वालों के खिलाफ जुर्माना का प्रावधान किया गया है। सफाई निरीक्षकों को फार्म 5 भरकर जुर्माना वसूलने की जिम्मेदारी दी गई। जब भी यह इंस्पेक्टर गंदगी फैलाने के नाम पर किसी पर जुर्माना लगाते हैं तब लोगों का सवाल होता ‌है कि आप नगर का कूड़ा कहां फेंकते हो। इतना सुनते ही सफाई इंस्पेक्टर दुबक जाते हैं।

Mar 05, 2024 16:49

Short Highlights
  • नगर पालिका परिषद देविरया में लागू है विविधकर उपविधि नियमावली-2018
  • गंदगी फैलाने व मलबा सड़क पर रखने वालों से वसूला जाना है जुर्माना
  • नगर पालिका कर्मी खुद इधर-उधर दबाते हैं कूड़ा, पांच साल में इक्का-दुक्का लोगों पर ही हुई कार्रवाई
Deoria News : कूड़ा निस्तारण को लेकर नगर पालिका की बदइंतजामी खुद के कायदे-कानून पर भारी पड़ रही है। शहर को चमकाने का जो प्लान पांच साल पहले बनाया गया उसे अमल में लाते ही जिम्मेदारों की फजीहत हो जाती है। हम बात कर रहे हैं विविधकर (शुल्क) नियमावली 2018 की। इसमें गंदगी फैलाने व सड़क पर मलवा रखने वालों के खिलाफ जुर्माने का प्रावधान किया गया है।

सफाई निरीक्षकों को फार्म 5 भरकर जुर्माना वसूलने की जिम्मेदारी दी गई। जब भी यह इंस्पेक्टर गंदगी फैलाने के नाम पर किसी पर जुर्माना लगाते हैं तब लोगों का सवाल होता ‌है कि आप नगर का कूड़ा कहां फेंकते हो। इतना सुनते ही सफाई इंस्पेक्टर दुबक जाते हैं।

दरअसल नगर पालिका ने शहर को स्वच्छ बनाने के लिए कायदे-कानून तो बना दिए लेकिन खुद उसका पालन नहीं कर सकी। शहर में 20 से अधिक अस्थाई कूड़ा डंपिंग ग्राउंड बनाए गए हैं जो मानक के अनुकूल नहीं हैं। चहारदीवारी नहीं होने से जानवर कूड़े को इधर-उधर बिखरते रहते हैं। कूड़े का निस्तारण भी शहर के सीमावर्ती मोहल्लों में किया जा रहा है। उसरा बाजार स्थित डंपिंग ग्राउंड पर कूड़ा नहीं पहुंच रहा। खाली प्लाटों और गड्ढों में कचरा दबाने की प्रथा को लेकर हमेशा स्थानीय लोग विरोध करते रहते हैं। वर्तमान समय में नगर पालिका सोंदा गांव के पूरब, पिपरपांती व हाटा रोड स्थित खाली प्लाटों में शहर का कूड़ा गिरा रही है।

ठेले वाले भी नहीं करते जुर्माने की परवाह
शहर में तीन सौ से अधिक छोटे व्यवसायी हैं जो भूजा, चाट, चाऊमीन, समोसा आदि के ठेले सड़कों पर लगाते हैं। इनमें अधिकतर के पास डस्टबिन नहीं होता। ग्राहक जो भी सामान खाते हैं उसका कागज, दोना, पत्ता सड़क पर फेंक देते हैं। नाले पर दुकान लगाने वाले स्लैब के बीच बने होल में सारा कूड़ा डाल देते हैं। इस तरह की लापरवाही सुभाष चौक पर अधिक देखने को मिल रही है।

क्या है विविधकर उपविधि नियमावली 2018
उत्तर प्रदेश अधिनियम संख्या दो 1916 की धारा 298 तथा उसके साथ अंकित सूची एक के अधीन शक्ति का प्रयोग करके नगर पालिका परिषद देवरिया ने अपने सीमा के तहत विविधकर शुल्क (उपविधि) नियमावली 2018 बनाई है। यह 14 दिसंबर 2018 से प्रभावी है।

इस गलती पर इतना है जुर्माना
1.
सार्वजनिक जगह पर गंदगी फैलाने पर पांच सौ रुपये।
2. गंदगी फैलाने की पुनरावृत्ति पर एक हजार रुपये।
3. सड़क किनारे बिल्डिंग मैटेरियल या मलवा रखने पर एक हजार रुपये प्रतिदिन।
4. नाली के बहाव में अवरोध उत्पन्न करने पर तीन हजार रुपये।
5. मरे हुए छोटे जानवर उठाने पर एक हजार रुपये।
6. शादी विवाह व अन्य उत्सवों पर सफाई के लिए तीन हजार रुपये।
7. स्थाई या अस्थाई दुकानों पर डस्टबिन नहीं होने पर एक हजार रुपये।

जुर्माना नहीं भरने पर कट सकती है आरसी
जुर्माना वसूलने की जिम्मेदारी नगर पालिका के सफाई निरीक्षकों की है। इनके पास हमेशा फार्म-5 रहता है। इसे भरकर यह दोषी व्यक्ति से तत्काल जुर्माना की राशि वसूल करते हैं। जुर्माना की धनराशि अदा नहीं करने वालों के खिलाफ आरसी जारी करने का नियम है। जिसकी वसूली तहसील प्रशासन के माध्यम से होनी है।

खुद को मानक पर उतारे नगर पालिका
नाथ नगर के डॉ. विवेक का कहना है कि सिर्फ अपील करने से नगर स्वच्छ नहीं हो पाएगा। कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो सख्ती के बाद मानते हैं। जुर्माना का प्रावधान ठीक है मगर, नगर पालिका को पहले खुद के मानकों पर उतरना होगा। 

नगर पालिका शहर में दबाती है कूड़ा
रौनियारी मोहल्ला विनय गुप्ता का कहना है कि नगर पालिका को चाहिए कि शहर में जगह-जगह डस्टबिन लगवाए। डस्टबिन नहीं होने के कारण इधर-उधर कूड़ा फेंकना लोगों की मजबूरी हो जाती है। मोहल्लों के खाली प्लाटों में भी कूड़ा भरा रहता है। ऐसे में लोगों पर सख्ती ठीक नहीं है। 

क्या कहा ईओ ने 
ईओ अंकिता शुक्ला ने कहा कि अभी मैं छह फरवरी को नगर पलिका परिषद देवरिया के ईओ का कार्यभार ग्रहण की हूं। गंदगी फैलाने व मलबा सड़क पर रखने वालों के खिलाफ पूर्व में जो भी नियमावली बनी है उसका अक्षरश: पालन कराऊंगी। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट शुरू हो जाने के बाद गंदगी की समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी।

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