Gorakhpur News : मंत्री बनने के बाद पहली बार गोरखपुर पहुंचे कमलेश पासवान, पासी समाज और भाजपा के पदाधिकारियों ने किया भव्य स्वागत

मंत्री बनने के बाद पहली बार गोरखपुर पहुंचे कमलेश पासवान, पासी समाज और भाजपा के पदाधिकारियों ने किया भव्य स्वागत
UPT | कमलेश पासवान का जोरदार स्वागत किया गया।

Jul 05, 2024 02:03

गोरखपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं व पासी समाज के लोगों के द्वारा भारत सरकार के केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री कमलेश पासवान का प्रथम आगमन पर नंदा नगर पर सिक्कों से तौलकर...

Jul 05, 2024 02:03

Gorakhpur News : गोरखपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं व पासी समाज के लोगों के द्वारा भारत सरकार के केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री कमलेश पासवान का प्रथम आगमन पर नंदा नगर पर सिक्कों से तौलकर व माल्यार्पण कर भव्य स्वागत किया गया।

चार बार के भाजपा के सांसद हैं कमलेश पासवान
आपको बता दें, कमलेश पासवान बांसगांव से चार बार के भाजपा के सांसद है। जिसको देखते हुए भाजपा ने उनको केंद्रीय ग्रामीण राज्यमंत्री बनाया है जिनके गोरखपुर प्रथम आगमन पर एयरपोर्ट से लेकर नंदा नगर, एम्स ,गुरुंग तिराहा, मोहद्दीपुर, सिटी मॉल, गोलघर, काली मंदिर, असुरन चौराहा सहित मेडिकल कॉलेज पासवान निवास पर भव्य स्वागत किया।

भारत की आत्मा गांव में बस्ती है
वही इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए भारत सरकार के केंद्रीय ग्रामीण राज्यमंत्री कमलेश पासवान ने कहा कि राज्यमंत्री बनाए जाने पर पीएम मोदी व राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मुझे केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया और मुझे एक महत्वपूर्ण विभाग दिया। क्योंकि आज भी देश के 70% जनता गांव में रहती है। भारत की आत्मा गांव में बस्ती है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि मुझे जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी। अपने दायित्व का पूरी ईमानदारी पूर्वक काम करूंगा। चार बार के कार्यकाल के बाद मुझे यह अवसर मिला। गोरखपुर में मेरा जिस तरह स्वागत हुआ है उससे मैं बहुत खुश हूं । मैं सभी लोगों का धन्यवाद देता हूं। 

Also Read

प्रशासन ने बचाए 60 से अधिक फंसे लोग, राहत कार्य जारी

7 Jul 2024 06:27 PM

कुशीनगर कुशीनगर में गंडक नदी का उफान : प्रशासन ने बचाए 60 से अधिक फंसे लोग, राहत कार्य जारी

नेपाल के बाल्मीकिनगर बैराज से लगभग 4 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण, नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा, जिसने आसपास के कई गांवों को प्रभावित किया। और पढ़ें