गोरखपुर अब देश के उन चुनिंदा शहरों में शामिल हो चुका है जहां चार विश्वविद्यालय स्थापित हैं। बता दें कि इस शहर की शिक्षा क्षेत्र की उपलब्धियों की सूची में अब सैनिक स्कूल भी जुड़ गया है...
सिटी ऑफ नॉलेज : सीएम योगी के विजन से गोरखपुर का विकास, चार विश्वविद्यालयों वाले शहर में शामिल
Sep 04, 2024 15:44
Sep 04, 2024 15:44
- गोरखपुर शहर बन रहा सिटी ऑफ नॉलेज
- चार विश्वविद्यालयों वाले शहरों की सूची में शामिल हुआ गोरखपुर
- सीएम योगी के विजन से हो रहा विकास
सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए उम्मीदों का प्रमुख केंद्र
ऐसे में प्रौद्योगिकी, चिकित्सा, व्यावसायिक, प्रबंधकीय, हॉस्पिटैलिटी समेत किसी भी विशिष्ट प्रकार की शिक्षा के लिए गोरखपुर पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ ही सीमावर्ती बिहार और नेपाल के लिए उम्मीदों का प्रमुख केंद्र बन चुका है। बता दें कि गोरखपुर में शिक्षा के क्षेत्र में यह व्यापक बदलाव महज चंद सालों में दिखाई दिया है। इस बदलाव का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है।
गोरखपुर को नॉलेज सिटी बनाने की मंशा
सीएम योगी आदित्यनाथ नाथपंथ के विश्व प्रसिद्ध गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर हैं। ऐसे में शैक्षिक उन्नयन के प्रति ऊर्जस्वित विचार उन्हें अपनी पीठ से विरासत में मिला है। गोरखपुर को केंद्र में रखकर पूर्वी उत्तर प्रदेश में शैक्षिक क्रांति में गोरक्षपीठ और इसके दो पीठाधीश्वरों ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की बड़ी भूमिका मानी जाती है। योगी आदित्यनाथ इसी भूमिका का फलक और व्यापक कर रहे हैं। संसदीय कार्यकाल से ही उनकी मंशा गोरखपुर को नॉलेज सिटी के रूप में विकसित करने की थी और उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद यह तेजी से साकार होती गई है।
पूर्वी यूपी का पहला सैनिक स्कूल गोरखपुर में
शहर के शैक्षिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण जोड़ सैनिक स्कूल का निर्माण है, जो इसी वर्ष से ही कार्यरत हो गया है। यह पूर्वी उत्तर प्रदेश का पहला और यूपी सैनिक स्कूल सोसाइटी द्वारा संचालित प्रदेश का दूसका सैनिक स्कूल है, जो क्षेत्र के युवाओं को सशस्त्र बलों में अधिकारी बनने का अवसर प्रदान करेगा। इस स्कूल का उद्घाटन 7 सितंबर को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा किया जाएगा, जो इसके महत्व को और बढ़ा देता है। ऐसे में अब पूर्वांचल के युवा सेना और अर्द्ध सैनिक बलों में सिर्फ जवान ही नहीं, बल्कि सैनिक स्कूल में बेहतर प्रशिक्षण पाकर अधिकारी भी बन सकेंगे।
चार विश्वविद्यालयों वाला शहर
वहीं उच्च शिक्षा के मानकों के अंतर्गत गोरखपुर के चार विश्वविद्यालयों में से दो - दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय - पहले से ही स्थापित थे। लेकिन पिछले सात वर्षों में, सीएम योगी ने दो और विश्वविद्यालय जोड़े हैं। इनमें महायोगी गुरु गोरखनाथ राज्य आयुष विश्वविद्यालय शामिल है, जो आयुर्वेद, योग और अन्य पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों पर केंद्रित है और निजी क्षेत्र का महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, जो चिकित्सा शिक्षा में विशेषज्ञता रखता है।
सितंबर 2025 में बन कर तैयार होगा इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट
गोरखपुर की शैक्षिक प्रगति का नवीनतम अध्याय स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट का निर्माण है। इस संस्थान के सितंबर 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है, जो कि हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में उच्च शिक्षा की एक बड़ी कमी को पूरा करेगा। यह न केवल छात्रों को नए कौशल प्रदान करेगा, बल्कि क्षेत्र में पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को भी बढ़ावा देगा। इन सभी पहलों के साथ, गोरखपुर तेजी से एक समग्र शैक्षिक हब के रूप में उभर रहा है। यह शहर अब न केवल पारंपरिक शैक्षिक क्षेत्रों में, बल्कि आधुनिक और विशेषीकृत विषयों में भी उत्कृष्टता का केंद्र बन रहा है।
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