कुशीनगर जिले समेत पूर्वांचल के दस जिलों के छात्रों के लिए खुशखबरी है। महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की कक्षाएं 2024 में ही शुरू हो जाएंगी। 40 छात्रों के संचालन के साथ ...
kushinagar News : कृषि विश्वविद्यालय में इस वर्ष से शुरू होंगी कक्षाएं, पूर्वांचल के दस जिलों के छात्रों को मिलेगा लाभ
![कृषि विश्वविद्यालय में इस वर्ष से शुरू होंगी कक्षाएं, पूर्वांचल के दस जिलों के छात्रों को मिलेगा लाभ](https://image.uttarpradeshtimes.com/kushinagar-2-98979.jpg)
Jun 26, 2024 11:58
Jun 26, 2024 11:58
गन्ना शोध केंद्र में लगेंगी कक्षाएं
दरअसल, कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के निर्माण को लेकर अभी तक कोई कदम नहीं उठाया जा सका है। भवन निर्माण को लेकर काफी समय लगेगा। तय हुआ था कि पहले शिक्षण कार्य शुरू किया जाएगा, लेकिन इसको लेकर अब तक कुछ नहीं हो सका है। इसीलिए सरकार ने कक्षा संचालित करने को कदम उठाया है, क्योंकि सेवरही गन्ना शोध अनुसंधान केंद्र में इसके लिए उपयुक्त भवन उपलब्ध है। यहां 100 से अधिक छात्रों को एक साथ पढ़ाया जा सकता है। मीटिंग हाल के साथ हॉस्टल भवन की भी सुविधा है।
सरकार की प्रमुखता में शामिल
उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि जल्द 40 विद्यार्थियों की कक्षा शुरू करने को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है और जल्द इनकी कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। सरकार ने 150 करोड़ रुपये दे भी दिए हैं। महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का निर्माण सरकार की प्रमुखता में शामिल है। इसको देखते हुए शासन ने यह सकारात्मक कदम बढ़ाया है।
नियुक्ति प्रक्रिया अंतिम चरण में
शिक्षकों और कुलपतियों की नियुक्ति की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। हालांकि, अभी इसकी निश्चित तिथि तय नहीं हुई है, लेकिन 2024 में ही कक्षाएं शुरू हो जाएंगी, यह तय है। इस वर्ष के समापन में छह माह और बचे हैं, ऐसे में शिक्षण की वैकल्पिक व्यवस्था को लेकर प्रक्रिया भी शासन व प्रशासन स्तर पर चल रही है।
434.60 करोड़ रुपये मंजूर
बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में बनने वाले महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए 434.60 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। इसका निर्माण ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण) मोड में किया जाएगा। इसके निर्माण पर कुल 750 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
दो चरणों में होगा निर्माण
इस विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थ नगर, संत कबीर नगर, आजमगढ़, बलिया व मऊ के युवाओं व किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। सरकार 150 करोड़ का प्रविधान कर चुकी है। आर्च इन डिजाइन कंपनी ने इसका डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार कर सरकार को सौंप दी है। डीपीआर के अनुसार विश्वविद्यालय का निर्माण दो चरणों में किया जाएगा। पहला चरण का काम 18 माह में पूरा किया जाना है।
Also Read
![प्रशासन ने बचाए 60 से अधिक फंसे लोग, राहत कार्य जारी प्रशासन ने बचाए 60 से अधिक फंसे लोग, राहत कार्य जारी](https://image.uttarpradeshtimes.com/uu-2024-07-07t195957084-19810.jpg)
7 Jul 2024 06:27 PM
नेपाल के बाल्मीकिनगर बैराज से लगभग 4 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण, नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा, जिसने आसपास के कई गांवों को प्रभावित किया। और पढ़ें