नेट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने एक युवक को पकड़ा है। शनिवार को CBI टीम उत्तर प्रदेश पहुंची और युवक को कुशीनगर से दबोचा है...
नेट पेपर लीक मामले में कुशीनगर से पकड़ा अभ्यर्थी : टेलीग्राम पर किया था एग्जाम वायरल, CBI कर रही पूछताछ
![टेलीग्राम पर किया था एग्जाम वायरल, CBI कर रही पूछताछ](https://image.uttarpradeshtimes.com/upt-thumbnail-2024-06-22t203901747-85802.jpg)
Jun 22, 2024 23:48
Jun 22, 2024 23:48
कुशीनगर ने दबोचा युवक
जानकारी के अनुसार दिल्ली की सीबीआई ने यूपी के कुशीनगर से एक युवक को पकड़ा है। पकड़े गए युवक का नाम निखिल बताया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, निखिल ने भी यूजीसी नेट की परीक्षा दी थी। निखिल करीब एक महीना पहले कुशीनगर सिधुआ आया था और यहां रह रहा था। निखिल ने यूजीसी नेट पेपर के कुछ अंश टेलीग्राम पर पोस्ट किए थे। मामले की पूछताछ में सीबीआई की टीम लगी हुई है।
इस वजह से किया पेपर लीक
बता दें कि शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार देर रात यूजीसी-नेट 2024 को रद्द करने की घोषणा की। इस फैसले ने रातों-रात सबके होश उड़ा दिए। 18 जून को पेपर और 19 को रद्द। बता दें कि यह परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित कराई गई थी। शिक्षा मंत्रालय के इस फैसले से एनटीए को तगड़ा झटका मिला। शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र से मिली जानकारी के आधार पर परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया गया। परीक्षा में धांधली की जानकारी मिलने के बाद परीक्षा को रद्द किया गया।
CBI मामले की जांच में जुटी
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा रद्द करने का फैसला लेते हुए मामला सीबीआई को सौंपा था। शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जायसवाल ने बताया था कि एनटीए द्वारा 18 जून को आयोजित UGC-NET परीक्षा में 9 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया था...प्रथम दृष्टया मंत्रालय ने देखा कि परीक्षा में गड़बड़ी की संभावना थी। मंत्रालय ने परीक्षा रद्द करने का फैसला किया है। परीक्षा की अगली तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी। मामला CBI को सौंप दिया गया है। अब इस मामले में CBI जांच में जुटी हुई है।
Also Read
![प्रशासन ने बचाए 60 से अधिक फंसे लोग, राहत कार्य जारी प्रशासन ने बचाए 60 से अधिक फंसे लोग, राहत कार्य जारी](https://image.uttarpradeshtimes.com/uu-2024-07-07t195957084-19810.jpg)
7 Jul 2024 06:27 PM
नेपाल के बाल्मीकिनगर बैराज से लगभग 4 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण, नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा, जिसने आसपास के कई गांवों को प्रभावित किया। और पढ़ें