उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के छहूं गांव में पराली जलाने के दौरान 67 वर्षीय किसान की दम घुटने से मौत हो गई। आग बुझाने के प्रयास में वह धुएं से बेहोश होकर गिर पड़े, जिससे यह हादसा हुआ।
पराली जलाते समय दम घुटने से किसान की मौत : आग की लपटें तेज हवा के कारण पास के गन्ने के खेत तक पहुंच गईं, बेहोश होकर गिर पड़ा
Nov 30, 2024 13:11
Nov 30, 2024 13:11
आग बुझाने के प्रयास में घुटा दम
नबी अंसारी खेत में एकत्र की गई पराली को जला रहे थे, तभी आग की लपटें तेज हवा के कारण पास के गन्ने के खेत तक पहुंच गईं। आग बढ़ने पर नबी शोर मचाते हुए गन्ने के खेत में आग बुझाने पहुंचे, लेकिन घने धुएं के कारण वह बेहोश होकर गिर पड़े।
ग्रामीणों ने किया बचाने का प्रयास
शोर सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने नबी अंसारी को अचेत पाया और तुरंत अस्पताल ले जाने का प्रयास किया। लेकिन दुर्भाग्यवश, अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई। ग्रामीणों ने घटना को दम घुटने से हुई मौत बताया।
परिवार का हाल और जांच जारी
मृतक के परिवार में पत्नी और चार बेटे हैं। हादसे के बाद से पूरा परिवार सदमे में है और उनका रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने परिवार को सांत्वना दी, लेकिन यह घटना उनके लिए अपूरणीय क्षति बन गई है।
पुलिस का बयान और विधिक कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलने पर तुर्कपट्टी थाने के प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार ने मामले को संज्ञान में लिया। उन्होंने कहा कि मौत के कारणों की जांच की जा रही है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों में चिंता और जागरूकता की आवश्यकता
इस घटना ने पराली जलाने से जुड़े जोखिमों और संभावित खतरों को उजागर किया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस तरह की घटनाओं को रोकने और जागरूकता अभियान चलाने की मांग की है।
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