कुशीनगर - महाराजगंज सीमा पर बसे गांव बसही सोहगीबरवा निवासी अजीत साहनी नाव पर सवार होकर अपनी दुल्हनिया को लेने निकल पड़े हैं। उसके बाराती भी नाव पर सवार होकर जाने को मजबूर हैं।
सुर्खियों में कुशीनगर की ये शादी : दुल्हन लाने के लिए नाव पर सवार होकर बारात लेकर चला दूल्हा
Jul 11, 2024 17:06
Jul 11, 2024 17:06
चमचमाती कार में दुल्हन लाने का सपना चकनाचूर
अभी तक आपने डीजे की धुनों पर बारातियों को नाचते और दूल्हे को सजे हुए कार में सवार होकर विवाह करने के लिए जाते हुए देखा होगा, लेकिन अब हम आपको एक ऐसी तस्वीर दिखाते हैं जिसमें दूल्हा और बाराती नाव पर सवार होकर विवाह करने जा रहे हैं। दूल्हे के साथ बाराती भी अन्य नाव पर सवार होकर विवाह करने के लिए निकल पड़े हैं। दूल्हे का अपनी दुल्हन को चमचमाती कार में लेकर आने का सपना चकनाचूर हो गया है और निराश होकर नाव में सवार होकर विवाह करने के लिए निकल पड़ा है।
गांव का संपर्क मार्ग भी टूटाKushinagar : अभी तक आपने डीजे की धुनों पर बारातियों को नाचते और दूल्हे को सजे हुए कार में सवार होकर विवाह करने के लिए जाते हुए देखा होगा, लेकिन कुशीनगर में दूल्हा और बाराती नाव पर सवार होकर विवाह करने जा रहे हैं। गांव बसही सोहगीबरवा निवासी अजीत साहनी नाव पर सवार होकर अपनी… pic.twitter.com/4uujUrHcWV
— Uttar Pradesh Times (@UPTimesLive) July 11, 2024
पिछले दिनों नेपाल द्वारा गंडक नदी में साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद खड्डा तहसील के आधा दर्जन गांव बाढ़ के पानी से घिर गए थे,इन गांव का संपर्क मार्ग भी टूट गया था। पानी कम होने के बाद गांव से बाढ़ का पानी तो निकल गया है लेकिन रास्ता कटा होने के कारण नाव के सहारे ही लोग आ जा रहे हैं। कुशीनगर और महाराजगंज जिले की सीमा पर स्थित बसही सोहगीबरवा निवासी अजीत साहनी का विवाह कुछ माह पूर्व बिहार के बगहा नम्बर 1 में तय हो गया था। इस बीच आई बाढ़ ने उनके गांव जाने वाले रस्ते को बहा दिया जिसके कारण गांव से निकलने के लिए एकमात्र सहारा नाव ही रह गया।
Also Read
23 Oct 2024 02:39 PM
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के खेल परिसर में कृषि एवं प्राकृतिक विज्ञान संस्थान एवं इंटरेस्ट आर्ट एग्जिबिशन कंपनी के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय किसान एक्सपो-2024 प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। और पढ़ें