Jul 06, 2024 00:50
https://uttarpradeshtimes.com/gorakhpur/kushinagar/hundreds-of-acres-of-paddy-crop-was-destroyed-due-to-dam-breaking-which-ruined-wishes-of-farmers-26660.html
Kushinagar News : खबर जनपद कुशीनगर से है यहां तीन दिनों से लगातार हो रही वर्षा से नदियां उफान पर हैं। वैसे तो नेपाल की पहाड़ियों पर हुई वर्षा का पानी जनपद कुशीनगर में पहुंचने से सभी नदियों के जलस्तर काफी बढ़ गया है वहीं जनपद के कप्तानगंज तहसील क्षेत्र के भरषण खास में मौन नाला टूटने से सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गया। नाला टूटने का मुख्य वजह जनपद में लगातार हो रहा बारिश है, क्योंकि बारिश का पानी अधिक होने से मौन नाला पर लागातार दबाव बन रहा था, जिसके चलते आज नाला का बांध टूट गया और किसानों का सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गया। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कुशीनगर उमेश मिश्रा को दिया, सूचना मिलते ही जिलाधिकारी ने तुरंत घटना स्थल का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने खुद पानी में उतर कर मौके की नजाकत को समझा और अधिकारियों को जल निकासी और अन्य मदद हेतु कार्यवाही के लिए आवश्यक निर्देश दिए, जिलाधिकारी के इस त्वरित कार्यवाही की लोग चौतरफा तारीफ कर रहे हैं।
महराजगंज में भी मौन नाला टूटने से सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न, किसान हुए चिंतित
वहीं जनपद महराजगंज के घुघली ब्लॉक के ग्राम सभा बारी गांव में मौन नाला के टूटने से सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है ,ऐसे में आखिर किसान जाएं तो कहां जाएं। किसानों के फसल पैदावार के सहारे ही बच्चों की पढ़ाई, बेटियों की शादी, बीमारी में दवाओं के साथ ही रोटी का भी प्रबंध होता है। जिससे अब किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया है।
क्या कहते हैं किसान
भरत , ओम ,रामायण आदि किसानों ने बताया की यदि सही समय से मौन नाले की सफाई व नाले की मरम्मत का कार्य हो गए होते तो किसानों को यह दुर्दशा देखने को नहीं मिलती,और किसानों ने बताया कि बीते दिनों से मूसलाधार होने से नदियां उफान पर हैं और समय रहते नाले की मरम्मत न होने से मौन नाले का कई जगह बांध टूटने के कारण हम लोगों का लगभग सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल बर्बाद हो गई, हम लोगों के समक्ष विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है जिससे धान की फसल बर्बाद हो गई है। किसानों की मांग है कि प्रशासन इसे नाले का जल्द से जल्द मरम्मत करवा दे।