भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की जगह भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) लागू होने के बाद पुलिस की जिम्मेदारियां भी काफी बढ़ गईं हैं। संसाधनों की कमी से जूझ रहे पुलिस थाने भी जल्द ही
Maharajganj News : हाईटेक होंगे थाने, विवेचक और हेड मोहर्रिर को मिलेंगे टैबलेट, जानें पूरी योजना...
Jul 10, 2024 10:35
Jul 10, 2024 10:35
- फील्ड यूनिट व फोरेंसिक टीम के पास भी होंगी आधुनिक मशीनें।
- शासन ने थानावार टैबलेट के लिए एसपी से मांगा प्रस्ताव।
- नए कानून में डिजिटल साक्ष्यों पर जोर।
- घटना, जांच और बयान की होगी वीडियो रिकार्डिंग।
ये है पूरी योजना
पुलिस आधुनिकीकरण की दिशा में तेजी से प्रयास हो रहे हैं। सीसीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम) लागू होने के बाद पुलिस थानों के कार्य आनलाइन हो चुके हैं। नया कानून लागू होने के बाद अब डिजिटल साक्ष्यों पर जोर रहेगा। घटनाओं की विवेचना अभी तक पर्चा काटकर आरोप पत्र दाखिल कर दिया जाता था, लेकिन अब हर जांच का वीडियो भी बनाया जाएगा। पुलिस अब कहीं पर किसी भी व्यक्ति को तमंचा, किसी मादक पदार्थ या अन्य किसी वस्तु के साथ गिरफ्तार करती है, तो उसका वीडियो भी बनाएगी। गवाह या पीड़ित के बयान की भी वीडियो रिकार्डिंग होगी। वीडियो या फिर वाइस रिकार्डिंग के लिए सभी पुलिसकर्मियों के पास स्मार्ट फोन हैं, फिलहाल अभी वह उसी से काम करेंगे। अब सभी पुलिस थानों के हेड मोहर्रिर और विवेचकों के पास टैबलेट होंगे। यह टैबलेट संबंधित के स्थानांतरण के बाद प्रतिस्थानी को सौंप दिए जाएंगे। इस तरह स्थानांतरण के बाद वह टैबलेट थाने में ही रहेगा। इसके लिए शासन ने थानावार प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए हैं।
थानों को डिजिटली लैस करने की योजना
महराजगंज पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना ने बताया कि नए कानून को लेकर पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके तहत कार्रवाई भी की जा रही है। अपराध और अपराधियों के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई के लिए पुलिस थानों को डिजिटली लैस करने की योजना है। जिले स्तर पर फोरेंसिक लैब की स्थापना समेत अन्य संसाधन मजबूत किए जाएंगे।
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