रक्षाबंधन पर गोरखपुर के बाजारों में जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है। राखी और मिठाई की दुकानों पर खरीदारों की भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे बाजारों में उत्सव का माहौल बन गया है।
गोरखपुर में रक्षाबंधन : बाजार में जबरदस्त रौनक, राखी और मिठाई की दुकानों पर उमड़ी खरीदारों की भारी भीड़
Aug 18, 2024 16:09
Aug 18, 2024 16:09
दुकानदारों ने इस बार देसी राखियों को प्राथमिकता दी
शहर के प्रमुख बाजारों जैसे गोलघर, असुरन मार्केट, रेती चौक और गोरखनाथ रोड में दुकानदारों ने इस बार देसी राखियों को प्राथमिकता दी है। राखी की दो दर्जन से अधिक दुकानें सजाई गई हैं, जहां हर प्रकार की राखी उपलब्ध है। ग्राहकों का रुझान भी इस बार देसी राखियों की ओर ज्यादा देखा जा रहा है। खरीदारी के लिए आई बहनों ने कहा कि इस साल बाजार में फैंसी राखियों की भरमार है, लेकिन देसी राखियों का आकर्षण सबसे अलग है। बहनें अपनी पसंदीदा राखी चुनने में बड़ी उत्साह के साथ जुटी हुई हैं।
राखियों के साथ-साथ मिठाई की दुकानों पर भी विशेष रौनक
राखियों के साथ-साथ मिठाई की दुकानों पर भी विशेष रौनक है। त्योहार को देखते हुए मिठाई और उपहार की दुकानें रंग-बिरंगी मिठाइयों और आकर्षक उपहारों से सजी हुई हैं। इन दुकानों पर ग्राहकों की अच्छी-खासी भीड़ देखने को मिल रही है। लोग अपने भाइयों और बहनों के लिए मिठाई और उपहार खरीदने में व्यस्त हैं। इसके अलावा, कपड़ों की दुकानों पर भी रेडीमेड कपड़ों की भारी बिक्री हो रही है, जिससे बाजारों में और अधिक चहल-पहल है।
चांदी की राखियों का क्रेज बढ़ा
इस बार सामान्य राखियों के साथ-साथ चांदी की राखियों की भी भारी मांग देखी जा रही है। सराफा की दुकानों पर बहनों की भीड़ चांदी की राखियों की खरीदारी करती नजर आ रही है। एक स्थानीय सराफा व्यवसायी ने 'उत्तर-प्रदेश टाइम्स' से बात करते हुए बताया कि इस रक्षाबंधन के लिए अलग-अलग बजट में चांदी की राखियां मंगवाई गई हैं, जो ग्राहकों की पसंद और उनकी क्षमता के अनुसार खरीदी जा रही हैं। चांदी की राखियों का चलन इस साल विशेष रूप से बढ़ा हुआ है, जो त्योहार को और भी खास बना रहा है।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
19 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 43 मिनट से शाम 4 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। इस समयावधि में बहनों के पास अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए कुल 2 घंटे 37 मिनट का सबसे शुभ समय होगा। इसके अलावा, शाम के प्रदोष काल में भी राखी बांधी जा सकती है। हालांकि, सुबह 5 बजकर 53 मिनट से दोपहर 1 बजकर 32 मिनट तक भद्राकाल रहेगा, जिसके दौरान राखी बांधने से बचना चाहिए। बहनों को सलाह दी जाती है कि वे भद्राकाल समाप्त होने के बाद ही अपने भाइयों को राखी बांधें।
गोरखपुर में रक्षाबंधन की तैयारियां जोरों पर है, और बाजारों में इस त्योहारी माहौल को देखकर लोगों में उत्साह की लहर है। इस साल का रक्षाबंधन हर परिवार के लिए खुशियों और प्रेम से भरा रहेगा।
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