रविवार को हुई बैठक में तय किया गया कि विश्वविद्यालय की सभी ऊर्जा आवश्यकताएं सौर ऊर्जा के माध्यम से पूरी की जाएंगी। इसके लिए जरूरी व्यवस्था और सिस्टम स्थापित किए जाएंगे। साथ ही, विश्वविद्यालय परिसर को ग्रीन कैम्पस बनाने के लिए 11,000 पौधों का रोपण भी किया जाएगा।
महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में सौर ऊर्जा और ग्रीन कैम्पस की पहल : स्टेडियम और ऑडिटोरियम निर्माण की स्वीकृति
Sep 30, 2024 01:47
Sep 30, 2024 01:47
आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। विश्वविद्यालय ने अपने आगामी योजनाओं के तहत सौर ऊर्जा का पूर्ण रूप से उपयोग करने का निर्णय लिया है। इस दिशा में विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर सहमति बनी।
रविवार को हुई बैठक में तय किया गया कि विश्वविद्यालय की सभी ऊर्जा आवश्यकताएं सौर ऊर्जा के माध्यम से पूरी की जाएंगी। इसके लिए जरूरी व्यवस्था और सिस्टम स्थापित किए जाएंगे। साथ ही, विश्वविद्यालय परिसर को ग्रीन कैम्पस बनाने के लिए 11,000 पौधों का रोपण भी किया जाएगा। इसके अलावा, 15,000 क्षमता वाले स्टेडियम और 1,500 क्षमता वाले बहुउद्देश्यीय ऑडिटोरियम के निर्माण के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई।
शिक्षा और अधोसंरचना विकास की दिशा में पहल
कार्यपरिषद की बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने की, और संचालन
कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने किया। बैठक में उप कुलसचिव (प्रशासन) श्रीकांत ने जानकारी दी कि आने वाले समय में विश्वविद्यालय में सभी कक्षाओं को स्मार्ट क्लासरूम में अपग्रेड कर दिया गया है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय का अपना सिम्यूलेशन लैब भी होगा, जिससे छात्रों को आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण मिलेगा।
ग्रीन कैम्पस की परिकल्पना को साकार करने के लिए 11,000 पौधों का रोपण किया जाएगा
ग्रीन कैम्पस की परिकल्पना को साकार करने के लिए 11,000 पौधों का रोपण किया जाएगा, जिससे पर्यावरण संतुलन
और स्वच्छता को बढ़ावा मिलेगा। विश्वविद्यालय का स्टेडियम और ऑडिटोरियम छात्रों की शैक्षणिक और अन्य गतिविधियों के लिए उपयोगी साबित होंगे। इसके साथ ही, विश्वविद्यालय वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने की दिशा में भी कदम उठाने जा रहा है।
नए पाठ्यक्रम और भविष्य की योजनाएं
बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में अगले सत्र से फोरेंसिक साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ड्रोन टेक्नोलॉजी जैसे आधुनिक विषयों की पढ़ाई शुरू की जाएगी। इससे छात्रों को नई तकनीकों और वैज्ञानिक विधियों का गहन अध्ययन करने का अवसर मिलेगा। इन विषयों के लिए पाठ्यक्रम तैयार किए जाएंगे, और इससे संबंधित प्रस्ताव पर भी कार्यपरिषद की सहमति मिल चुकी है।
एमबीबीएस और बीएएमएस का नया सत्र
महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में एमबीबीएस और बीएएमएस के नए सत्र की शुरुआत 14 अक्टूबर से होगी। बैठक में यह जानकारी दी गई कि स्टेट कोटा नीट काउंसलिंग में छात्रों ने इस विश्वविद्यालय को पहली प्राथमिकता दी है। विश्वविद्यालय के श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में एमबीबीएस कोर्स के लिए सभी सीटों पर प्रवेश हो चुका है, और इसका नया सत्र जल्द ही शुरू होगा।
बैठक में ये प्रमुख लोग उपस्थित रहे
इस महत्वपूर्ण बैठक में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की आचार्य डॉ. शोभा गौड़, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सदस्य प्रमथनाथ मिश्र, वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. सीएम सिन्हा, और अन्य प्रमुख अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा और विश्वविद्यालय के विकास की दिशा में कई अहम फैसले लिए गए।
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